India Action on Turkey: तुर्की और अजरबैजान से तनाव के बीच भारत का बड़ा कदम! आर्मेनिया को आकाश मिसाइल भेजने की तैयारी, जानें क्या हैं इसके मायने?

आर्मेनिया को आकाश मिसाइल भेजने की तैयारी...India Action on Turkey: India takes a big step amid tension with Türkiye and Azerbaijan

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Modified Date: May 21, 2025 / 02:26 PM IST
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Published Date: May 21, 2025 2:25 pm IST

नई दिल्ली: India Action on Turkey:  पाकिस्तान के समर्थन में खुलकर सामने आए तुर्की और अजरबैजान को जवाब देने के लिए भारत सरकार ने रणनीतिक मोर्चे पर बड़ा फैसला लिया है। भारत सरकार ने Akash 1-S मिसाइल सिस्टम की दूसरी खेप आर्मेनिया को भेजने का निर्णय लिया है। Akash 1-S सतह से हवा में मार करने वाली अत्याधुनिक मिसाइल प्रणाली है जो दुश्मन के हवाई हमलों को नाकाम करने में सबसे ज्यादा सक्षम है।

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India Action on Turkey:  बता दे की आर्मेनिया को पहली खेप नवंबर 2024 में भेजी गई थी और अब दूसरी खेप की डिलीवरी के जरिए भारत और आर्मेनिया के बीच बढ़ते रक्षा संबंधों को और मजबूत किया जा रहा है। सबसे बड़ी बात यह है की यह फैसला ऐसे समय में आया है जब तुर्की, अजरबैजान और पाकिस्तान के बीच गहराता रणनीतिक गठबंधन भारत के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है।

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India Action on Turkey:  दरसल आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच दशकों पुरानी दुश्मनी है और अजरबैजान को तुर्की और पाकिस्तान का खुला समर्थन हासिल है वहीं आर्मेनिया भारत का पारंपरिक मित्र रहा है। वर्ष 2020 से भारत और आर्मेनिया के बीच रक्षा सहयोग में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई है। वहीं आर्मेनिया रूस पर अपनी सैन्य निर्भरता घटाने की दिशा में काम कर रहा है और आर्मेनिया भारत को एक भरोसेमंद रक्षा साझेदार के रूप में देख रहा है।

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India Action on Turkey:  हाल ही में 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत के बाद भारत ने पाकिस्तान और PoK में चल रहे आतंकी ठिकानों पर ऑपरेशन सिंदूर के तहत एयर स्ट्राइक कर बड़ी कार्रवाई की थी। भारत ने इस ऑपरेशन में सैकड़ों आतंकियों को मार गिराया गया। इसके तुरंत बाद तुर्की और अजरबैजान ने पाकिस्तान का समर्थन करते हुए भारत की कार्रवाई की आलोचना की थी और पाकिस्तान का सहयोग भी किया।

"Akash 1-S मिसाइल सिस्टम" क्या है और इसकी खासियत क्या है?

"Akash 1-S मिसाइल सिस्टम" एक स्वदेशी सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है, जो दुश्मन के विमानों, हेलिकॉप्टरों, ड्रोन और क्रूज मिसाइलों को निशाना बनाकर नष्ट करने में सक्षम है। इसमें अत्याधुनिक रडार और ट्रैकिंग सिस्टम शामिल हैं।

भारत ने "Akash 1-S मिसाइल सिस्टम" आर्मेनिया को क्यों भेजा है?

भारत ने "Akash 1-S मिसाइल सिस्टम" की दूसरी खेप आर्मेनिया को इसलिए भेजी है ताकि तुर्की, अजरबैजान और पाकिस्तान के बढ़ते गठबंधन के जवाब में अपने रणनीतिक मित्र आर्मेनिया को सैन्य समर्थन देकर उसे सशक्त किया जा सके।

"भारत और आर्मेनिया रक्षा संबंध" कब से मजबूत हुए हैं?

वर्ष 2020 से "भारत और आर्मेनिया रक्षा संबंध" में तेज़ी से वृद्धि हुई है। रूस पर निर्भरता कम करने के प्रयास में आर्मेनिया भारत को एक भरोसेमंद रक्षा साझेदार मान रहा है।

"ऑपरेशन सिंदूर" क्या है और इसका संबंध तुर्की व अजरबैजान से क्या है?

"ऑपरेशन सिंदूर" भारत द्वारा पाकिस्तान और PoK में स्थित आतंकी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक है, जो पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में की गई थी। इस कार्रवाई की आलोचना तुर्की और अजरबैजान ने की और पाकिस्तान का समर्थन किया।

"तुर्की-अजरबैजान-पाकिस्तान गठबंधन" भारत के लिए क्यों चिंता का विषय है?

यह "तुर्की-अजरबैजान-पाकिस्तान गठबंधन" भारत के रणनीतिक हितों के खिलाफ काम कर सकता है, खासकर जब ये देश खुले तौर पर आतंकवाद का समर्थन करने वाले पाकिस्तान का पक्ष लेते हैं और भारत की सुरक्षा कार्रवाईयों की आलोचना करते हैं।