Indian Armed Forces Press Conference, image source: ANI
दिल्ली: Indian Armed Forces Press Conference, DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा, “मैं अपने पांच शहीद साथियों और सशस्त्र बलों के भाइयों तथा नागरिकों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में दुखद रूप से अपनी जान गंवा दी। हमारी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं…उनके बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा…हमने अब तक बहुत संयम बरता है और हमारी कार्रवाई केंद्रित, संतुलित और गैर-उग्र रही है। हालांकि, हमारे नागरिकों की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और सुरक्षा के लिए किसी भी खतरे का निर्णायक बल से सामना किया जाएगा।”
DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा, “…पिछले 3-4 दिनों से जो गतिविधियां चल रही हैं, वह किसी युद्ध से कम नहीं हैं। सामान्य परिस्थितियों में एक-दूसरे देशों की वायुसेनाएं हवा में उड़कर एक-दूसरे पर हमला नहीं करतीं… आमतौर पर नियंत्रण रेखा के पार घुसपैठ आतंकवादियों द्वारा की जाती है। हमारे पास सूचना है कि नियंत्रण रेखा के पार घुसपैठ में पाकिस्तानी सेना भी शामिल हो सकती है, जो हमारी चौकियों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रही है…”
DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा, “…कल 15:35 बजे पाक DGMO के साथ मेरी बातचीत हुई और इसके परिणामस्वरूप 10 मई को 17:00 बजे से दोनों पक्षों द्वारा सीमा पार से गोलीबारी और हवाई घुसपैठ बंद हो गई। हमने 12 मई को 12:00 बजे आगे बात करने का भी फैसला किया ताकि इस समझौते को लंबे समय तक बनाए रखने के तौर-तरीकों पर चर्चा की जा सके। हालांकि, निराशाजनक रूप से, पाकिस्तानी सेना को सीमा पार और नियंत्रण रेखा के पार गोलीबारी और कल रात और आज तड़के ड्रोन घुसपैठ करके इसका उल्लंघन करने में केवल कुछ घंटे लगे। इन उल्लंघनों का मजबूती से जवाब दिया गया… हमने आज सुबह अपने समकक्ष को एक और हॉटलाइन संदेश भेजा है, जिसमें 10 मई को DGMO के बीच हुए समझौते के उल्लंघन को उजागर किया गया है और कहा गया है कि यदि आज रात, उसके बाद या बाद में ऐसा दोबारा हुआ तो हम इसका कड़ा जवाब देंगे…सेना प्रमुख ने पाकिस्तान द्वारा किसी भी उल्लंघन की स्थिति में जवाबी कार्रवाई के लिए हमारे सेना कमांडर को पूर्ण अधिकार प्रदान किए हैं…”
वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद ने कहा, “…इस बार अगर पाकिस्तान ने कोई कार्रवाई करने की हिम्मत की तो पाकिस्तान जानता है कि हम क्या करने जा रहे हैं।”