Mahakumbh 2025 Antim Amrit Snan Live : महाकुंभ के समापन से पहले साधु संतों ने की काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा, महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी ने PM मोदी और CM योगी के लिए कह दी ये बड़ी बात

महाकुंभ के समापन से पहले काशी विश्वनाथ पूजा...Mahakumbh 2025 Antim Amrit Snan Live: Before the conclusion of Mahakumbh, Kashi Vishwanath Puja

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  • Publish Date - February 26, 2025 / 09:49 AM IST,
    Updated On - February 26, 2025 / 01:44 PM IST

Mahakumbh 2025 Antim Amrit Snan Live | Image Source | Mahakumbh 2025 X

HIGHLIGHTS
  • महाकुंभ के समापन से पहले काशी विश्वनाथ पूजा
  • साधु-संत वाराणसी में काशी विश्वनाथ के दर्शन-पूजन के लिए पहुंचे
  • महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी ने PM मोदी-CM योगी को दिया धन्यवाद

वाराणसी : Mahakumbh 2025 Antim Amrit Snan Live : आज 26 फरवरी, महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर महाकुंभ का विधिवत समापन हो रहा है। इस शुभ अवसर पर देशभर के साधु-संत वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन और पूजन के लिए एकत्रित हुए हैं। महाकुंभ के अंतिम दिन जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर और आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी महाराज, निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज समेत कई अन्य प्रमुख संत काशी पहुंचे।

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Mahakumbh 2025 Antim Amrit Snan Live : अवधेशानंद गिरी महाराज ने काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के बाद कहा की कुंभ में भारत की लगभग आधी आबादी पहुंची। सभी जातियों, धर्मों और मतों के लोग यहां एक साथ आए। दुनिया ने हमारी एकता, सभ्यता और संस्कृति की झलक देखी। विश्व के कल्याण के लिए यहां प्रार्थना की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस भव्य आयोजन के लिए धन्यवाद और बधाई देता हूं।

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Mahakumbh 2025 Antim Amrit Snan Live : जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर ने भी कुंभ समापन के अवसर पर कहा कि आज हमने कुंभ की पूर्णता और सिद्धि के लिए भगवान से प्रार्थना की। कुंभ संपन्न होने के साथ करोड़ों भारतीय एक साथ दर्शन, पूजन और स्नान कर रहे हैं। विभिन्न पंथों और संप्रदायों के बावजूद सभी श्रद्धालु एकता और अनुशासन का परिचय दे रहे हैं। संपूर्ण देश कुंभ के आध्यात्मिक रस में डूबा हुआ दिखा, जिससे दुनिया चकित रह गई।

महाशिवरात्रि पर महाकुंभ का क्या महत्व है?

महाशिवरात्रि के अवसर पर महाकुंभ का समापन किया जाता है, जो आध्यात्मिक उन्नति, मोक्ष प्राप्ति और विश्व कल्याण के लिए आयोजित होता है।

काशी विश्वनाथ मंदिर में कौन-कौन से प्रमुख संत पहुंचे?

जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर अवधेशानंद गिरी महाराज, निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि महाराज, और अन्य संतों ने काशी विश्वनाथ में दर्शन किए।

महाकुंभ में कितने लोग शामिल हुए?

महाकुंभ में भारत की लगभग आधी आबादी ने भाग लिया, जिसमें सभी जाति, धर्म और संप्रदायों के लोग सम्मिलित हुए।

महाकुंभ में एकता और अनुशासन का क्या महत्व है?

महाकुंभ में सभी श्रद्धालु बिना किसी भेदभाव के संतों के मार्गदर्शन में संयम, अनुशासन और आध्यात्मिकता का पालन करते हैं, जो भारतीय संस्कृति की शक्ति को दर्शाता है।

महाकुंभ का अगला आयोजन कब होगा?

महाकुंभ का अगला आयोजन 2025 में प्रयागराज में होगा, जहां फिर से श्रद्धालु और संत बड़ी संख्या में एकत्रित होंगे।