#VandeBharat: मध्य्प्रदेश की राजनीति में चलेगी तो गाय ही! सीएम डॉ मोहन यादव के बड़े ऐलान के मायने क्या?

#VandeBharat: सीएम डॉ मोहन यादव ने यहां से कई बड़े बड़े ऐलान किए... बताया कि विभाग के नाम में पशुपालन विभाग के साथ ही अब गोपालन विभाग भी जोड़ा जाएगा.. मौका देखते हुए गाय के नाम पर भी सीएम ने कांग्रेस को जमकर घेरा...

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  • Publish Date - June 21, 2025 / 12:20 AM IST,
    Updated On - June 21, 2025 / 12:21 AM IST
HIGHLIGHTS
  • मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने गौपालकों एवं गौशाला संचालकों से संवाद किया
  • गौशालाओं को 90 करोड़ रूपए की राशि ट्रांसफर की

भोपाल: #VandeBharat, कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सीएम डॉ मोहन यादव ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि मध्य्प्रदेश की राजनीति में चलेगी तो गाय ही… जी हां… ये नजारा सीएम हाउस में पहली बार देखने को मिला है … मौका था गौ-शाला सम्मेलन का… जहां मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने गौपालकों एवं गौशाला संचालकों से संवाद किया, गौशालाओं को 90 करोड़ रूपए की राशि ट्रांसफर की..यहां प्रदेशभर से सरकारी और प्राइवेट गौ-शाला संचालक ,प्रतिनिधि बड़ी संख्या में शामिल हुए…. सीएम डॉ मोहन यादव ने यहां से कई बड़े बड़े ऐलान किए… बताया कि विभाग के नाम में पशुपालन विभाग के साथ ही अब गोपालन विभाग भी जोड़ा जाएगा.. मौका देखते हुए गाय के नाम पर भी सीएम ने कांग्रेस को जमकर घेरा…

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बस कांग्रेस ही नहीं सीएम ने एक और बड़ी घोषणा कर दी…. मुख्यमंत्री पशुपालन विकास योजना का नाम अब डॉ. भीमराव अंबेडकर दुग्ध उत्पादन योजना कर दी गई है.. तो वहीं प्रदेश की गौशालाओं में पाली जाने वाली गायों के लिए मोहन सरकार ने अनुदान 20 रुपए से बढ़ाकर 40 रुपए डबल कर दिया है…. जाहिर है सीएम के इन एलानों के बाद मप्र में सियासी पारा हाई हो गया है… बीजेपी जहां गौवंश के लिए किए काम पर अपनी सरकार की तारीफ कर रही है… तो वहीं कांग्रेस ने सरकार से कई सवाल पूछे हैं..

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सूबे में गाय पर राजनीति नई बात नहीं है… यहां चिंता गाय के पालन पोषण की नहीं, बल्कि उन करोड़ों हिंदुओं की आस्था की है,जो सियासी दलों का बड़ा वोट बैंक है …. दरअसल वर्ष 2018 में कांग्रेस ने बीजेपी के इस चुनावी हथियार को हथिया लिया कांग्रेस ने सत्ता में वापसी के लिए गाय को मुद्दा बनाया था और कमलनाथ सरकार एक हजार गौशाला का फॉर्मूला लेकर आई थी.. यह मुद्दा विधानसभा चुनाव और फिर 28 उपचुनाव में सियासत का केंद्र भी बना था… तख्तापलट के बाद शिवराज ने गौ-कैबिनेट बनाकर कमलनाथ के गौशाला मिशन की काट खोज ली…..अब मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव हिंदुत्व के एजेंडे को आगे बढ़ाते हुए गौमाता को मिशन बना चुके है और एक के बाद एक बड़े फैसले ले रहे है.. लेकिन बड़ा सवाल ये कि तमाम योजनाओं के बाद भी लाखों निराश्रित गौवंश आज भी सड़कों पर बैठी रहती है.. जो कई बार दुर्घटना का शिकार हो जाती है.. क्या वाकई इन योजनाओं से गौवंशों की तस्वीर और तकदीर बदलेगी… या फिर इसी तरह गौवंश पर सिर्फ होगी सियासत…