MEA pc on PoK, image source: ANI
नईदिल्ली: MEA pc on PoK भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि जम्मू-कश्मीर से जुड़ा कोई भी मुद्दा केवल भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय तरीके से ही सुलझाया जाएगा, किसी तीसरे पक्ष की इसमें कोई भूमिका नहीं होगी। मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि पाकिस्तान को अवैध रूप से कब्जा किए गए कश्मीर (PoK) को खाली करना ही होगा।
उन्होंने यह भी दोहराया कि भारत की यह नीति लंबे समय से रही है और इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है। ट्रंप की मध्यस्थता के कमेंट पर उन्होने कहा कि “हमारा लम्बॆ अरसे से यही राष्ट्रीय पक्ष रहा है कि भारतीय केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर से संबंधित किसी भी मुद्दे को भारत और पाकिस्तान को द्विपक्षीय तरीके से ही हल करना है। इस नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है। जैसा कि आप जानते हैं, लंबित मामला केवल पाकिस्तान द्वारा अवैध रूप से कब्ज़ा किए गए भारतीय क्षेत्र को खाली करना है”।
#WATCH दिल्ली: विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “हमारा लंबे समय से राष्ट्रीय रुख रहा है कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर से संबंधित किसी भी मुद्दे को भारत और पाकिस्तान को द्विपक्षीय रूप से सुलझाना होगा। इस घोषित नीति में कोई बदलाव नहीं आया है…” pic.twitter.com/lbLwigG4lv
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 13, 2025
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विदेश मंत्रालय ने साथ में यह भी कहा कि 10 मई को भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ के बीच बातचीत के बाद संघर्षविराम पर सहमति बनी थी। पाकिस्तान की ओर से इस बातचीत के लिए अनुरोध उसी दिन सुबह 12:37 बजे किया गया था, क्योंकि तकनीकी कारणों से वे हॉटलाइन के माध्यम से भारत से संपर्क नहीं कर पा रहे थे। इसके बाद भारतीय डीजीएमओ की उपलब्धता के आधार पर 15:35 बजे कॉल तय की गई थी।
भारत ने साफ किया कि यह पाकिस्तान की मजबूरी थी, क्योंकि उसी दिन सुबह भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के प्रमुख एयरफोर्स ठिकानों पर अत्यधिक प्रभावी हमले किए थे। विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘यह भारतीय सैन्य बल की ताकत थी जिसने पाकिस्तान को गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने के लिए मजबूर किया।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि सिंधु जल समझौता स्थगित रहेगा। पाकिस्तान अपनी जीत का झूठा ढोल बजा रहा है, यह उसकी पुरानी आदत है, सन 1962, 1971, 1999 में भी यही किया था। भारतीय विदेश मंत्रालय ने साथ में यह भी कहा कि बांग्लादेश की आवामी लीग पर बैन लोकतांत्रिक फैसला नहीं है।
#WATCH पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार के विदेशी मीडिया को दिए इंटरव्यू पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “जीत का दावा करना उनकी पुरानी आदत है, उन्होंने 1971, 1975 और 1999 के कारगिल युद्ध में भी यही राग गाया। पाकिस्तान का ये पुराना रवैय्या है। परस्त हो जाए… pic.twitter.com/YYZCXw02jT
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 13, 2025