S Jaishankar: ‘खून और पानी साथ नहीं बहेंगे’, राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर का सख्त संदेश 

S Jaishankar: ‘खून और पानी साथ नहीं बहेंगे’, राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर का सख्त संदेश 

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  • Publish Date - July 30, 2025 / 12:48 PM IST,
    Updated On - July 30, 2025 / 12:48 PM IST

S Jaishankar/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • ऑपरेशन सिंदूर को लेकर जोरदार चर्चा जारी,
  • "राज्यसभा में गूंजा ऑपरेशन सिंदूर,
  • जयशंकर बोले – खून और पानी साथ नहीं बह सकते,

नई दिल्ली: New Delhi : राज्यसभा में आज भी ऑपरेशन सिंदूर को लेकर जोरदार चर्चा जारी रही। चर्चा की शुरुआत विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने की जिन्होंने हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का ब्योरा दिया। S Jaishankar

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S Jaishankar: राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा की सिंधु जल संधि कई मायनों में एक अनूठा समझौता है। मैं दुनिया में ऐसे किसी भी समझौते के बारे में नहीं सोच सकता जहां किसी देश ने अपनी प्रमुख नदियों को उस नदी पर अधिकार के बिना दूसरे देश में बहने दिया हो। इसलिए यह एक असाधारण समझौता था और, जब हमने इसे स्थगित कर दिया है, तो इस घटना के इतिहास को याद करना महत्वपूर्ण है। कल मैंने लोगों को सुना, कुछ लोग इतिहास से असहज हैं। वे चाहते हैं कि ऐतिहासिक चीजों को भुला दिया जाए। शायद यह उन्हें शोभा नहीं देता, वे केवल कुछ चीजों को याद रखना पसंद करते हैं।

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S Jaishankar: वही सिंधु जल संधि पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने आगे कहा की सिंधु जल संधि तब तक स्थगित रहेगी जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन देना पूरी तरह बंद नहीं कर देता खून और पानी एक साथ नहीं बहेंगे।

"सिंधु जल संधि क्या है और इसे क्यों स्थगित किया गया?"

सिंधु जल संधि 1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुई एक ऐतिहासिक जल समझौता है, जिसके तहत भारत ने अपनी नदियों (विशेष रूप से सिंधु, झेलम और चेनाब) का अधिकांश पानी पाकिस्तान को उपयोग करने दिया। भारत ने हाल ही में इसे स्थगित इसलिए किया क्योंकि पाकिस्तान लगातार आतंकवाद को समर्थन देता आ रहा है।

"सिंधु जल संधि को स्थगित करने का भारत को क्या लाभ होगा?"

भारत को इससे सामरिक लाभ मिल सकता है। यह फैसला पाकिस्तान पर दबाव बनाने का एक कूटनीतिक तरीका है और साथ ही देश के पंजाब, हरियाणा और राजस्थान जैसे राज्यों के किसानों को अधिक जल उपलब्ध हो सकता है।

"क्या सिंधु जल संधि को पूरी तरह से रद्द किया जा सकता है?"

वर्तमान में भारत ने इसे स्थगित किया है, रद्द नहीं। परंतु यदि पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन जारी रखता है, तो यह निर्णय स्थायी भी हो सकता है।

"ऑपरेशन सिंदूर क्या है और इसका उद्देश्य क्या है?"

ऑपरेशन सिंदूर भारत सरकार की एक रणनीतिक प्रतिक्रिया है, जो हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद शुरू की गई। इसका उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा को मज़बूत करना और पाकिस्तान को कड़ा संदेश देना है।

"सिंधु जल संधि और आतंकवाद के बीच क्या संबंध है?"

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर के अनुसार, "खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते"। जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन देता रहेगा, तब तक भारत एकतरफा रियायतें नहीं देगा — सिंधु जल संधि का स्थगन इसी नीति का हिस्सा है।