Salman Khurshid in South Korea: पाकिस्तान को दिया करारा जवाब! दक्षिण कोरिया में सलमान खुर्शीद बोले- हमने सिर्फ आतंकी ठिकानों पर किया हमला, ऑपरेशन सिंदूर जारी रहेगा

दक्षिण कोरिया में सलमान खुर्शीद बोले...Salman Khurshid in South Korea: Gave a befitting reply to Pakistan! Salman Khurshid said in South Kore

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  • Publish Date - May 25, 2025 / 08:54 PM IST,
    Updated On - May 25, 2025 / 08:54 PM IST

Salman Khurshid in South Korea | Image Source | IBC24

HIGHLIGHTS
  • आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समर्थन जुटाने भारत का बड़ा अभियान,
  • 33 देशों में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का दौरा,
  • पाकिस्तान की साजिशों को कर रहे बेनकाब,

नई दिल्ली: Salman Khurshid in South Korea: भारत ने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक स्तर पर जनसमर्थन जुटाने और पाकिस्तान की आतंक परस्त नीतियों को बेनकाब करने के लिए एक व्यापक कूटनीतिक अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत भारत के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सात अलग-अलग दलों ने 33 देशों की राजधानियों का दौरा शुरू किया है। इन दलों में 51 सांसदों के अलावा कई पूर्व केंद्रीय मंत्री, राजनयिक और वरिष्ठ नौकरशाह भी शामिल हैं।

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Salman Khurshid in South Korea: इस अभियान का मुख्य उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह बताना है कि आतंकवाद केवल भारत की समस्या नहीं बल्कि एक वैश्विक खतरा है और इसके मुख्य गढ़ों विशेषकर पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जवाबदेह ठहराना जरूरी है। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने दक्षिण कोरिया में कहा की हमने कभी पाकिस्तान के नागरिक इलाकों पर हमला नहीं किया। हमने सिर्फ आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया और वह भी तब जब पाकिस्तान ने हम पर हमला किया। हमने उनके एयरबेस को निष्क्रिय किया ताकि वे दोबारा हम पर हमला न कर सकें। यह संदेश देने के लिए काफी था कि भारत को हल्के में नहीं लिया जा सकता।

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Salman Khurshid in South Korea: भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी ने कहा की हम यहां आतंकवाद के खिलाफ जनसमर्थन इकट्ठा करने आए हैं। दुनिया को यह बताने आए हैं कि पाकिस्तान आतंकवाद का असली चेहरा है और उसे बेनकाब करना जरूरी है। DMK सांसद कनिमोझी करुणानिधि के नेतृत्व में स्लोवेनिया पहुंचे प्रतिनिधिमंडल में शामिल पूर्व राजनयिक मंजीव सिंह पुरी ने कहा की स्लोवेनिया शांतिप्रिय देश है और वर्ष के अंत तक संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) का हिस्सा बनेगा। इसलिए भारत की चिंता उनसे साझा करना जरूरी है ताकि वे यह समझ सकें कि आतंकवाद वैश्विक संकट है और पाकिस्तान जैसे देशों की भूमिका पर कड़ी नजर रखनी चाहिए।

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Salman Khurshid in South Korea: कनिमोझी ने मॉस्को में भारत के प्रयासों को सकारात्मक करार देते हुए कहा की रूस भारत का परंपरागत मित्र रहा है। यहां के सांसदों और नीति निर्माताओं ने हमारी बातों को गंभीरता से सुना। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ हमारे साथ खड़े होने और पाकिस्तान की करतूतों पर वैश्विक मंचों पर सवाल उठाने का आश्वासन दिया। कतर में NCP-SCP सांसद सुप्रिया सुले के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने दोहा में मध्य पूर्व वैश्विक मामलों की परिषद के प्रमुख तारिक यूसुफ और अन्य सदस्यों से मुलाकात की। क्षेत्रीय स्थिरता और आतंकवाद पर गहन चर्चा हुई। वहीं बहरीन में भाजपा सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व में पहुंचे दल ने अंतर्राष्ट्रीय सामरिक अध्ययन संस्थान (IISS) के अधिकारियों से मुलाकात की और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को लेकर भारत की चिंताओं से उन्हें अवगत कराया।

भारत ने "वैश्विक कूटनीतिक अभियान" क्यों शुरू किया है?

भारत ने यह "वैश्विक कूटनीतिक अभियान" पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ जनसमर्थन जुटाने और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान की भूमिका को उजागर करने के लिए शुरू किया है।

इस "अभियान" में कौन-कौन शामिल हैं?

इस "अभियान" में भारत के 51 सांसद, पूर्व केंद्रीय मंत्री, वरिष्ठ राजनयिक और नौकरशाह शामिल हैं, जो 33 देशों की राजधानियों का दौरा कर रहे हैं।

"पाकिस्तान" के खिलाफ भारत क्या संदेश देना चाहता है?

भारत यह संदेश देना चाहता है कि "पाकिस्तान" आतंकवाद का गढ़ है और उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जवाबदेह ठहराना आवश्यक है क्योंकि आतंकवाद केवल भारत नहीं बल्कि पूरी दुनिया की समस्या है।

क्या भारत ने किसी देश का विशेष समर्थन प्राप्त किया है "इस अभियान" में?

जी हां, रूस, कतर, स्लोवेनिया और बहरीन जैसे देशों ने भारत की बातों को गंभीरता से लिया है और आतंकवाद के खिलाफ भारत का समर्थन करने का आश्वासन दिया है।

क्या "यह कूटनीतिक अभियान" संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थिति को मजबूत करेगा?

भारत को उम्मीद है कि "यह कूटनीतिक अभियान" संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की दिशा में वैश्विक समर्थन को मजबूत करेगा।