Assistant Professor in Chhattisgarh, image source: ibc24
रायपुर: Assistant Professor in Chhattisgarh छत्तीसगढ़ में प्रशासनिक लापरवाही के कारण असिस्टेंट प्रोफेसर वैकेंसी का सालों से इंतजार कर बेरोजगार युवक उपेक्षा का दंश झेल रहे हैं। मंगलवार को सौ से ज्यादा युवा बेरोजगारों ने सीएम, मंत्रियों और जनप्रतिनिधियों के यहां पहुंचकर ज्ञापन सौंपकर या मिलकर अपनी व्यथा बताई।
साल 2019 के बाद से आज तक असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर वैंकेंसी नहीं निकली है। जिसके कारण इस पद के हजारों पात्र युवा निर्धारित उम्र के दायरे से बाहर हो गए हैं। बड़ी संख्या में NET और SET पास करने वाले युवा वैंकेसी का इंतजार करते रह गए। उम्र निकल जाने के बाद अब भर्ती निकलने पर भी इसके लिए आवेदन नहीं भर पाएंगे।
वहीं असिस्टेंट प्रोफेसर की पात्रता परीक्षा CG SET का रिजल्ट 10 माह के बाद भी नहीं निकला है। इसकी परीक्षा 21 जुलाई 2024 को हुई थी, इस परीक्षा में कुल 1 लाख 65 हजार अभ्यर्थियों शामिल हुए थे। इसके रिजल्ट का इंतजार 1 लाख पात्र युवा कर रहे हैं। ऐसे में जुलाई में असिस्टेंट प्रोफेसर की निकलने वाली भर्ती के लिए यह लोग भी आवेदन नहीं कर पाएंगे।
Assistant Professor vacancy in Chhattisgarh: चौंकाने वाली बात यह है की CG SET की परीक्षा 2019 में हुई थी, 5 साल बाद जो परीक्षा हुई है उसका 10 माह बाद भी नहीं निकल पाया है। जबकि UGC NET और अन्य राज्य इस परीक्षा को दस माह में 2 बार आयोजित करवा चुके हैं। जुलाई में कालेजों में नया सत्र शुरु होगा लेकिन CG SET का रिजल्ट नहीं आने के कारण ये युवा प्राइवेट कॉलेज की वैंकेंसी और संविदा सहायक प्राध्यपक के पद के लिए भी अप्लाई नहीं कर पाएंगे।
परेशान युवा लगातार व्यापम के अधिकारियों के आफिस के चक्कर काट रहे हैं लेकिन कोई जवाब नहीं मिल रहा है। मंगलवार को परेशान युवाओं के समूह ने मुख्यमंत्री निवास के साथ साथ, वित्त मंत्री ओपी चौधरी, डिप्टी सीएम विजय शर्मा को ज्ञापन सौंपा। विधानसभा अध्यक्ष डिप्टी सीएम अरुण साव और सांसद बृजमोहन अग्रवाल से मिलकर ज्ञापन सौंप कर अपनी व्यथा बताई और जल्द दोनों मामलों का निराकरण करने की मांग की है।