Bastar Landslide: 60 घंटे बाद बस्तर में दौड़ी ट्रेन, मलबा हटाकर बहाल हुई बस्तर रेल सेवा, भूस्खलन से जूझे यात्री अब पाएंगे राहत

Bastar Landslide: 60 घंटे बाद बस्तर में दौड़ी ट्रेन, मलबा हटाकर बहाल हुई बस्तर रेल सेवा, भूस्खलन से जूझे यात्री अब पाएंगे राहत

  • Reported By: Naresh Mishra

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  • Publish Date - July 6, 2025 / 12:13 PM IST,
    Updated On - July 6, 2025 / 12:13 PM IST

Bastar Landslide | Image Source | IBC24

HIGHLIGHTS
  • 60 घंटे बाद हटाया गया मलबा,
  • बस्तर में रेल यातायात बहाल,
  • यात्रियों को हुई परेशानी,

जगदलपुर: Bastar Landslide: किरंदुल-कोतावाल्सा रेल लाइन पर बुधवार को मालीगुड़ा और जरती स्टेशनों के बीच भूस्खलन के बाद 60 घंटे तक मरम्मत का कार्य किया गया। आखिरकार लंबी और जोरदार बारिश के बीच कड़ी मेहनत से रेलवे कर्मचारियों ने रेल लाइन से करीब 30,000 घन मीटर मलबा हटाया। यह मलबा नजदीकी पहाड़ियों से टूटकर पटरी पर गिर गया था जिससे रेलवे आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया था।

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Bastar Landslide:मुख्य रूप से भूस्खलन के कारण कोरापुट और किरंदुल के बीच रेल परिचालन प्रभावित हुआ था। रेलवे ने इसके चलते दो यात्री ट्रेनों को बीते तीन दिनों के लिए निलंबित कर दिया था। अब सोमवार से सभी यात्री ट्रेनें नियमित रूप से बस्तर पहुँचने लगेंगी।माना जा रहा है कि इस भूस्खलन के कारण रेलवे को माल परिवहन में लगभग 27 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है।

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Bastar Landslide: वहीं भूस्खलन से क्षतिग्रस्त रेल पटरी की मरम्मत में करीब 5 करोड़ रुपए से ज्यादा का खर्च आया है। इस बारे में ईस्ट कोस्ट रेलवे के अधिकारियों ने जानकारी दी है। इधर यात्रियों को भी लगातार ट्रेनें रद्द होने से परेशानी का सामना करना पड़ा। भगवान जगन्नाथ यात्रा में शामिल होने जा रहे यात्रियों को भी स्पेशल ट्रेन का लाभ नहीं मिल सका। 5 जुलाई को जगदलपुर से रवाना होने वाली ट्रेन को भी रद्द कर दिया गया है।

किरंदुल-कोतावाल्सा रेल लाइन पर भूस्खलन क्यों हुआ?

लगातार भारी बारिश के कारण पास की पहाड़ियों से मलबा रेल पटरी पर आ गिरा, जिससे भूस्खलन हुआ और रेल मार्ग बाधित हो गया।

इस भूस्खलन से रेलवे को कितना नुकसान हुआ?

अनुमानित तौर पर रेलवे को माल परिवहन में ₹27 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है और भूस्खलन से क्षतिग्रस्त पटरी की मरम्मत में ₹5 करोड़ से अधिक का खर्च आया।

क्या भूस्खलन के कारण सभी ट्रेनें रद्द कर दी गई थीं?

हाँ, कोरापुट और किरंदुल के बीच दो प्रमुख यात्री ट्रेनों को भूस्खलन के कारण तीन दिनों तक रद्द किया गया था।

अब ट्रेन सेवाएं कब से शुरू होंगी?

सोमवार से सभी यात्री ट्रेनों का परिचालन भूस्खलन स्थल की मरम्मत के बाद पुनः सामान्य रूप से शुरू हो जाएगा।

क्या भविष्य में इस क्षेत्र में फिर से भूस्खलन हो सकता है?

यह क्षेत्र भारी वर्षा और पहाड़ी इलाकों के कारण भूस्खलन के प्रति संवेदनशील है, इसलिए रेलवे ने निगरानी और एहतियात बढ़ाने की योजना बनाई है।