INDIA का INS Vishakhapatnam करेगा PAKISTAN के PNS Tughril को पस्त

INS Vishakhapatnam vs PNS Tughril | INDIA का INS Vishakhapatnam Destroyer करेगा PAKISTAN के PNS Tughril को पस्त

INS Vishakhapatnam Vs PNS Tughril : भारत भी अपना सबसे शक्तिशाली, देश में बने डिस्ट्रॉयर INS Vishakhapatnam को समुद्र में उतारने जा रहा है

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 02:41 PM IST, Published Date : November 18, 2021/7:44 pm IST

INS Vishakhapatnam Vs PNS Tughril

हमने हाल ही में आपको बताया था कि चीन ने पाकिस्तान को काफी एडवांस्ड टाइप 054 AP क्लास वॉरशिप दी है जिसे पाकिस्तान में PNS Tughril नाम दिया गया है और भविष्य में चीन पाकिस्तान को ऐसी 3 और वॉरशिप देने वाला है। इस वॉरशिप को ले कर भारत में भी काफी चर्चाएं हुई और इसकी ताकत के बारे में काफी बातें सुनने को मिली।

मगर अब भारत भी अपना सबसे शक्तिशाली, देश में बने डिस्ट्रॉयर INS Vishakhapatnam को समुद्र में उतारने जा रहा है यानी कमीशन करने जा रहा है। तारीख तय की गई है 25 November. तो क्या है इस उन्नत डिस्ट्रॉयर की ताकत और PNS Tughril और INS Vishakhapatnam के बीच अगर मुकाबला होता है तो किसकी होगी जीत? आइये जानते हैं।

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सबसे पहले बात कर लेते हैं INS Vishakhapatnam की खूबियों के बारे में और इससे भारत की ताकत में कितना इज़ाफ़ा होगा। बता दें कि INS Vishakhapatnam को Project 15 B के तहत तैयार किया गया है और इसे तैयार किया है mazgaon dock shipbuilders limited यानी MDL ने। इस प्रोजेक्ट के तहत भारत के 4 कोनो के 4 मेजर शहरों के नाम पर 4 वॉरशिप्स बनाई जाएँगी। ये 4 शहर हैं Vishakhapatnam, Mormugao, Imphal और Surat। इसी कड़ी का पहला destroyer है INS Vishakhapatnam । इस प्रोजेक्ट के तहत बनने वाले सारे डेस्ट्रॉयर्स stealth technology से लैस होंगे और इंडियन नेवी ने ये भी बताया है कि ये डेस्ट्रॉयर्स दुनिया के सबसे advanced guided missile destroyers में से एक होंगे। ये डेस्ट्रॉयर्स को भारत खुद ही तैयार कर रहा है और इनमें लगे ज़्यादातर उपकरण भी देश में ही बनाये गए हैं। INS Vishakhapatnam स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर है यानी इसे राडार और सेंसर्स से पकड़ना बहुत मुश्किल है और ये कब दुश्मन के करीब पहुंच जाता है ये दुश्मन को पता भी नहीं चलता। INS Vishakhapatnam भारत में बनाये जाने वाले सबसे बड़े vessels यानी जहाज़ों में से एक है।

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चलिए अब जान लेते हैं कि अगर PNS तुगरिल और INS Vishakhapatnam के बीच मुकाबला होता है तो कौन किसपर भारी पड़ेगा। मगर उसके पहले आपको ये समझना ज़रूरी है कि दोनों वॉरशिप्स एक दूसरे से काफी अलग केटेगरी के वॉरशिप्स हैं । जहाँ PNS तुगरिल फ्रिगेट केटेगरी की वॉरशिप है तो वहीं INS Vishakhapatnam डिस्ट्रॉयर केटेगरी की वॉरशिप है। डिस्ट्रॉयर फ्रिगेट के मुकाबले काफी बड़ी वॉरशिप होती है और उसकी firepower और स्पीड फ्रिगेट से ज़्यादा होती है। बता दें कि पाकिस्तान के पास एक भी डिस्ट्रॉयर श्रेणी की वॉरशिप नहीं है।

जैसा कि हमने पहले भी आपको बताया था कि INS Vishakhapatnam को भारत ने खुद ही तैयार किया है और इसमें लगने वाले 75% कंपोनेंट्स को भी भारत में ही बनाया गया है। तो वहीं दूसरी तरफ PNS तुगरिल पाकिस्तान ने नहीं बल्कि चीन ने तैयार किया है।

INS Vishakhapatnam 535 फ़ीट लंबा और 7400 टन से भी ज़्यादा भारी है । तो वहीं तुगरिल का वज़न लगभग 4000 टन और लम्बाई मात्र 440 फ़ीट है । यानी vishakhapatnam तुगरिल के मुकाबले दोगुना है।

जहाँ vishakhapatnam की टॉप स्पीड 56 किलोमीटर प्रति घंटा है तो वहीं तुगरिल की टॉप स्पीड 50 किलोमीटर प्रति घंटा ।

हालाँकि रेंज के मुकाबले में तुगरिल विशाखापटनम से काफी आगे निकल जाता है क्योंकि विशाखापटनम की रेंज 7400 किलोमीटर है तो वहीं PNS तुगरिल की रेंज लगभग 14700 किलोमीटर है।

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INS विशाखापटनम में जो राडार लगा है उसमें एंटी जैमिंग की ज़बरदस्त काबिलियत है। ये मल्टिफंक्शनल राडार एयर एंड सरफेस टार्गेट्स को डिटेक्ट और ट्रैक कर सकता है। इस राडार के ज़रिये anti ship और surface to air मिसाइलों को भी गाइड करने की क्षमता है। इसकी रेंज 250 किलोमीटर से 450 किलोमीटर तक की है।

वहीं दूसरी तरफ तुगरिल का राडार भी एयर और सरफेस टार्गेट्स को ट्रैक तो कर सकता है मगर इसकी एक्यूरेसी के बारे में कई सवाल उठाये जाते रहें हैं । इस राडार की रेंज भी सिर्फ 250 किलोमीटर तक ही है।

एक बड़ा जहाज़ होने के नाते विशाखापटनम के कई फायदे है जो इसे तुगरिल से काफी आगे खड़ा कर देते है । जैसे एक तरफ जहाँ तुगरिल में सिर्फ एक हेलीकाप्टर को ले जाया जा सकता है तो वहीं विशाखापटनम में ऐसे दो choppers को आसानी से ले जाया जा सकता है। इसके अलावा विशाखापटनम पर हैवीवेट torpedos माउंट किये गए है। पर pns तुगरिल में लाइटवेट torpedos को ही माउंट करने की क्षमता है। torpedos वो मिसाइल होती है जिनसे सबमरीन्स पर हमला किया जाता है और समुद्र में इनकी क्षमता पर बहुत कुछ निर्भर करता है।

INS Vishakhapatnam supersonic ब्रह्मोस मिसाइल से लैस है जो मार्क 3 की स्पीड से वार कर सकता है। दूसरी तरफ पाकिस्तान की pns तुगरिल में चीन की बनी cm 302 लगी हुई है जिसकी स्पीड मॉक 2 बतायी गई है। आपको बता दें कि भारत की ब्रह्मोस मिसाइल nuclear वारहेड को भी carry करने में सक्षम है। इसके अलावा भारत जल्द ही ब्रह्मोस 2 मिसाइल को भी अपने बेड़े में शामिल करने वाला है जो कि एक हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल होगी और उसकी स्पीड मॉक 5 होगी जो कि ध्वनि यानी sound की रफ़्तार से 5 गुना तेज़ होगी।

 
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