Krishna Janmashtami 2025: मंदिरों में गूंजा ‘कृष्ण कन्हैया लाल की जय’ का जयकारा, देश में कृष्ण जन्माष्टमी की धूम, देखें मनमोहक झांकियां

Krishna Janmashtami 2025: मंदिरों में गूंजा 'कृष्ण कन्हैया लाल की जय' का जयकारा, देश में कृष्ण जन्माष्टमी की धूम, देखें मनमोहक झांकियां

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  • Publish Date - August 16, 2025 / 08:34 AM IST,
    Updated On - August 16, 2025 / 08:34 AM IST

Krishna Janmashtami 2025/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • मथुरा और इस्कॉन मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़,
  • झांकियां, भजन-कीर्तन और व्रत से गूंजा हर मंदिर और घर,
  • देशभर में भव्य सजावट और दीपों से रोशन हुए मंदिर,

नई दिल्ली: Krishna Janmashtami 2025: पूरे देश में आज भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव कृष्ण जन्माष्टमी 2025 बड़े धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण का जन्म द्वापर युग में भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि मध्यरात्रि 12 बजे हुआ था। धार्मिक मान्यता है कि अधर्म के विनाश और धर्म की स्थापना के लिए भगवान विष्णु ने श्रीकृष्ण के रूप में अवतार लिया था।

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Krishna Janmashtami 2025: इस पावन अवसर पर देशभर के मंदिरों को भव्य रूप से सजाया गया है। मंदिरों में दिनभर भजन-कीर्तन, झांकियां, धार्मिक अनुष्ठान और रात्रि में मंगला आरती का आयोजन किया गया। भक्तों ने व्रत रखकर, कीर्तन में भाग लेकर और भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन कर पुण्य लाभ प्राप्त किया।श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा में स्थित श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर में हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। रात्रि 12 बजे हुई मंगला आरती में भक्तों ने भाव-विभोर होकर भाग लिया।

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Krishna Janmashtami 2025: अहमदाबाद इस्कॉन मंदिर में विशेष झांकी सजाई गई। भगवान श्रीकृष्ण के बालरूप के दर्शन के लिए भक्त सुबह से ही मंदिर में उमड़ पड़े। जयपुर के प्रसिद्ध गोविंद देव जी मंदिर में जन्माष्टमी पर विशेष पूजा अर्चना की गई। मंदिर प्रांगण में भजन-कीर्तन का आयोजन हुआ जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। छतरपुर में यहां के प्रेम प्रतीक मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। मंगला आरती में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और भक्ति में लीन हो गए।

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Krishna Janmashtami 2025: नोएडा के सेक्टर 32 स्थित इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी पर विशेष उत्सव का आयोजन हुआ। गाजियाबाद में जन्माष्टमी के अवसर पर स्थानीय मंदिरों को भव्य रूप से सजाया गया और दीपों से रोशन किया गया। श्रद्धालुओं ने व्रत रखकर रात्रि को भगवान के जन्म की प्रतीक्षा की। कृष्ण जन्माष्टमी पर न सिर्फ मंदिरों में बल्कि घर-घर में भी भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की तैयारियाँ की गईं। महिलाएं और बच्चे श्रीकृष्ण की झांकियों में भाग लेते नजर आए। इस अवसर पर हरे रामा हरे कृष्णा की गूंज पूरे देश में सुनाई दी जिससे वातावरण पूरी तरह भक्तिमय बन गया।

"कृष्ण जन्माष्टमी 2025 की तिथि" क्या है?

"कृष्ण जन्माष्टमी 2025 की तिथि" 16 अगस्त है और भगवान श्रीकृष्ण का जन्म रात्रि 12 बजे भाद्रपद कृष्ण अष्टमी को माना जाता है।

"कृष्ण जन्माष्टमी पर पूजा विधि" क्या होती है?

"कृष्ण जन्माष्टमी पर पूजा विधि" में व्रत रखना, भजन-कीर्तन करना, रात 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की प्रतीक्षा कर मंगला आरती करना शामिल है।

"कृष्ण जन्माष्टमी कहाँ सबसे खास मनाई जाती है?"

"कृष्ण जन्माष्टमी" विशेष रूप से मथुरा, वृंदावन, अहमदाबाद इस्कॉन, जयपुर, और नोएडा जैसे स्थानों पर बड़े आयोजन के रूप में मनाई जाती है।

क्या "कृष्ण जन्माष्टमी पर व्रत" अनिवार्य है?

"कृष्ण जन्माष्टमी पर व्रत" धार्मिक भावना से रखा जाता है, यह अनिवार्य नहीं लेकिन पुण्यदायक माना गया है।

"कृष्ण जन्माष्टमी 2025 के उत्सव" में क्या विशेषता रही?

"कृष्ण जन्माष्टमी 2025 के उत्सव" में मंदिरों की भव्य सजावट, झांकियों की प्रस्तुति, और भक्तिमय वातावरण की विशेष भूमिका रही।