World Obesity Day 2025: बच्चों में भी तेजी से बढ़ रहा मोटापा.. वर्ल्ड ओबेसिटी डे पर जानें मोटापे से बचने के खास उपाय
World Obesity Day 2025: बच्चों में भी तेजी से बढ़ रहा मोटापा.. वर्ल्ड ओबेसिटी डे पर जानें मोटापे से बचने के खास उपाय
World Obesity Day 2025| Photo Credit : pexels
- हर साल 4 मार्च को World Obesity Day मनाया जाता है
- दुनियाभर में पांच साल से कम उम्र के लगभग 40 मिलियन बच्चे ज्यादा वजन वाले
- भारत में पांच साल से कम उम्र के 3 प्रतिशत बच्चे और 15-49 वर्ष की 24 प्रतिशत महिलाएं मोटापे से ग्रस्त
World Obesity Day 2025: आजकल हर कोई अपने वजन बढ़ने और शरीर में आई चर्बा से परेशान है। पेट में बढ़ती चर्बी के कारण कई लोगों को शर्मिंदगी महसूस भी होती है। ऐसे में वो कई तरह के तरीके आजमाते हैं। महंगे प्रोडक्ट्स यूज करते हैं, लेकिन नतीजा कुछ नहीं मिल पाता। देशभर में इन दिनों मोटापे के खिलाफ लड़ाई लड़ी जा रही है। पीएम मोदी ‘मोटापा मुक्त भारत’ अभियान भी लगा रहे हैं। महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा सेल लेकर ओलंपिक रजत पदक विजेता भारोत्तोलक मीराबाई चानू भी इस जंग में शामिल हो गई हैं। मोटापे के कारण लोगों को कई तरह की समस्याएं होती है। ऐसे में आज हम आपको World Obesity Day के मौके पर कुछ खास बाते बताने जा रहे हैं, जो मोटापे से बचने में मददगार साबित होगा।
महामारी की तरह पैर पसार रहा मोटापा
यूनिसेफ के अनुसार, दुनिया भर में पांच साल से कम उम्र के लगभग 40 मिलियन बच्चे अधिक वजन के शिकार हैं, जो इस आयु वर्ग के करीब 6 प्रतिशत के बराबर है। वहीं, 5 से 19 साल तक के बच्चों में यह आंकड़ा और भी चिंताजनक है। अनुमान है कि इस आयु वर्ग के लगभग 340 मिलियन से अधिक बच्चे, यानी करीब 18 प्रतिशत, अधिक वजन के साथ जी रहे हैं। भारत में भी यह समस्या तेजी से बढ़ रही है। राष्ट्रीय परिवार और स्वास्थ्य सर्वेक्षण 5 (2019/21) के आंकड़ों से यह सामने आया है कि पांच साल से कम उम्र के 3 प्रतिशत बच्चे और 15-49 वर्ष की आयु की 24 प्रतिशत महिलाएं अधिक वजन या मोटापे से प्रभावित हैं। यह ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है और यह एक चिंता का विषय बन गया है।
मोटापे से बचाव कैसे करें?
मोटापे से बचने के लिए सबसे पहला कदम एक संतुलित और पौष्टिक आहार है। मोटापे से बचने के लिए अधिक तला-भुना खाना, फास्ट फूड, और अत्यधिक मीठे पदार्थों से बचना चाहिए। इसके साथ-साथ नियमित व्यायाम और शारीरिक गतिविधियों को अपनी दिनचर्या में शामिल करना आवश्यक है। मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी मोटापा को नियंत्रण में रखने के लिए मानसिक स्थिति को स्थिर और सकारात्मक बनाए रखना आवश्यक है। तनाव कम करने के उपायों पर ध्यान देना और पर्याप्त नींद लेना भी जरूरी है।
हेल्दी डाइट पर करें फोकस
‘लो-फैट’, ‘शुगर-फ्री’ या ‘ऑर्गेनिक’ जैसे शब्दों का मतलब हमेशा यह नहीं होता कि कोई भी फूड आइटम हेल्दी है। स्टीमिंग, बेकिंग, रोस्टिंग और ग्रिलिंग जैसे हेल्दी कुकिंग मेथड का इस्तेमाल कर आप घर पर ही ताजा खाना तैयार करें। बर्गर, पिज्जा, केक, बिस्किट, पाई, समोसा, पैटीज जैसे हाई फैट, नमक और/या चीनी वाले फास्ट/जंक फूड को खाने से बचें। हमेशा फ्रेश मसालों का इस्तेमाल करें। फ्रोजन और कैन्ड फूड्स का जितना हो सके कम इस्तेमाल करें। बटर और एनिमल फैट के ज्यादा इस्तेमाल से बचें।

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