Tiger Attack in Umaria: महुआ बीनने गया था 14 साल का बालक, झाड़ियों में छिपे बाघ ने किया हमला, खून से लथपथ मिला शव

महुआ बीनने गया था 14 साल का बालक, झाड़ियों में छिपे बाघ ने किया हमला, 14-year-old boy had gone to collect Mahua, a tiger hiding in the bushes attacked him

Tiger Attack in Umaria: महुआ बीनने गया था 14 साल का बालक, झाड़ियों में छिपे बाघ ने किया हमला, खून से लथपथ मिला शव

Tiger Attack in Umaria. Image Source-IBC24

Modified Date: April 13, 2025 / 12:05 am IST
Published Date: April 12, 2025 9:46 pm IST
HIGHLIGHTS
  • उमरिया के पिपरिया गांव में 14 साल के बालक विजय को बाघ ने किया शिकार।
  • बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रशासन ने घटनास्थल पर पेट्रोलिंग बढ़ाई।
  • पिपरिया गांव में यह बाघ के हमलों की तीसरी घटना है, जिससे ग्रामीणों में भय और दहशत फैल गई है।

उमरियाः Tiger Attack in Umaria: मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में स्थित बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से लगे पिपरिया गांव में एक बाघ ने 14 साल के बच्चे पर हमला कर दिया है, जिसमें बच्चे की मौत हो गई है। बालक महुआ बीनने के लिए घर से गया हुआ था। इसी दौरान झाड़ियों में छिपकर बैठे बाघ ने उस धावा बोल दिया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और घटना वाले क्षेत्र में पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है।

Read More : CG News : छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए अच्छी खबर, रायपुर एयरपोर्ट पर जल्द शुरू होगी इंटरनेशनल कार्गो की सुविधा, सीएम साय ने दी जानकारी 

Tiger Attack in Umaria: मिली जानकारी के अनुसार पिपरिया गांव का रहने वाला बालक विजय कोल पिता अर्जुन कोल अपने साथी के साथ शनिवार सुबह गांव से सटे जंगल में महुआ बीनने गया था। जंगल में घने झाड़ियों के बीच छिपे बाघ ने अचानक विजय पर हमला कर दिया। बाघ ने बालक को अपने जबड़े में दबोच लिया और जंगल की ओर घसीटते हुए ले गया। घटना की जानकारी मिलते ही गांव में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों की भीड़ घटना स्थल की ओर दौड़ी। सूचना मिलते ही बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन की टीम भी मौके पर पहुंची और बालक की तलाश शुरू की गई। कड़ी मशक्कत के बाद बालक का शव एक नाले में मिला। इस दर्दनाक घटना से पूरे गांव में मातम पसर गया है, वहीं मृतक के परिजन रो-रो कर बेहाल हैं।

 ⁠

Read More : Raipur News: मां और बेटा मिलकर करते थे ऐसा काम, आर्मी का जवान भी देता था साथ, ऐसे हुआ काली करतूतों का खुलासा 

बता दें कि पिपरिया गांव के आसपास ये कोई पहली घटना नहीं है, जिसमें बाघ ने किसी का शिकार किया है। इससे पहले भी बाघ ने लोगों को शिकार बनाया है। 23 मार्च को पनपथा बफर परिक्षेत्र में बाघ ने 50 वर्षीय बुजुर्ग की अपना शिकार बनाया था। इसके बाद 2 अप्रैल को पनपथा कोर क्षेत्र में एक महिला की बाघ के हमले से मौत हो चुकी है। महिला भी महुआ बिनने गई थी, बीते कुछ दिनों में बाघ के हमले से यह तीसरी मौत है। यह घटना धमखोर इलाके में हुई है। लगातार हो रही इन घटनाओं से ग्रामीणों दहशत में हैं।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।