Datia News: बच्ची को जन्म देने के बाद लापरवाही की वजह से गई विवाहिता की जान, परिवारजनों ने चिकित्सकों पर लगाए गंभीर आरोप
Datia News: बच्ची को जन्म देने के बाद लापरवाही की वजह से गई विवाहिता की जान, परिवारजनों ने चिकित्सकों पर लगाए गंभीर आरोपMarried woman died due to negligence of doctors
Married woman died due to negligence of doctors
दतिया: Married woman died due to negligence of doctors मध्यप्रदेश के दतिया में एक निजी अस्पताल में भर्ती विवाहिता बच्ची को जन्म देने के बाद चिकित्सकों की लापरवाही की वजह से इस दुनिया से अलविदा हो गई। सिंधी समुदाय की विवाहिता की मौत के बाद निजी अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर लापरवाही के तमाम आरोप लगाते हुए मृतिका के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। गुस्साए परिजनों ने पुलिस अधीक्षक को लिखित आवेदन देकर लापरवाह चिकित्सकों खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की।
Married woman died due to negligence of doctors मामला पुलिस तक पहुंचा और पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने मामले की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए SDOP से जांच कराने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है। कपिल कुकरेजा अपनी गर्भवती पत्नी मान्या की डिलीवरी कराने सबसे पहले सरकारी अस्पताल गए, लेकिन सरकारी अस्पताल में हड़ताल होने की वजह से उन्होंने एक निजी बुंदेलखंड अस्पताल में अपनी गर्भवती पत्नी को भर्ती किया और अस्पताल के चिकित्सकों के द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद उन्होंने दवा से लेकर ब्लड की व्यवस्थाएं जुटाई।
कपिल कुकरेजा की पत्नी मान्या ने बच्ची को जन्म दिया, लेकिन बच्ची को जन्म देने के बाद उसकी हालत बिगड़ी और चिकित्सकों ने इलाज के दौरान लापरवाही बरती इस कारण से मान्या की मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया और अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए। मामला पुलिस तक जा पहुंचा। पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा मामले की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए SDOP को मामले में जांच करने के निर्देश दिए और जांच के उपरांत दोषियों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया।
Married woman died due to negligence of doctors प्रदीप शर्मा IPS पुलिस अधीक्षक ने बताया कि निजी अस्पताल में उपचार ले रही मान्या की मौत हो जाने के बाद उसके परिजनों ने निजी अस्पताल के स्टाफ पर लापरवाही बरतने के तमाम आरोप लगाए। पति अनिल कुकरेजा का कहना था कि उन्होंने निजी अस्पताल के चिकित्सकों के द्वारा डिलीवरी के दौरान खर्च होने वाली रकम तकरीबन 30 हज़ार रुपए भी जमा किए। उनका कहना था कि डॉक्टरों ने बेहतर उपचार दिए जाने का वादा किया था, लेकिन उपचार के दौरान लापरवाही बरती गई। कपिल कुकरेजा ने बताया कि पैसे के चक्कर में निजी अस्पताल काफी हद तक गिर गए हैं। उन्हें एक मानव की जान की कतई परवाह नहीं रहती।

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