Tansen Music Festival in Gwalior
Tansen Music Festival in Gwalior ग्वालियर। विश्व विख्यात 99वा संगीत समागम तानसेन समारोह ग्वालियर में इस बार 23 से 28 दिसंबर के बीच हजीरा स्थित संगीत सम्राट तानसेन के समाधि स्थल पर होने जा रहा है। 23 दिसंबर को इंटक मैदान में गमक कार्यक्रम से इसकी शुरूआत होगी। इसमें मुंबई की सूफियाना गायिका रिचा शर्मा प्रस्तुति देंगी। इससे पूर्व कला यात्रा निकाली जाएगी। इस साल का तानसेन अलंकरण सम्मान किराना-ग्वालियर घराने के शास्त्रीय गायक पंडित गणपति भट्ट हसनगी को दिया जाएगा। वहीं राजा मानसिंह तोमर पुरस्कार उज्जैन की मालवा कला संस्था को प्रदान किया जाएगा।
Tansen Music Festival in Gwalior : खास बात यह है कि इस वर्ष के तानसेन समारोह के साथ ग्वालियर अंचल के पर्यटन का भी प्रमोशन किया जाएगा। इसके लिए पर्यटन विभाग की ओर से 10 देशों को राजदूतों को भी बुलाया जा रहा है। तानसेन समारोह की तैयारियों को लेकर मंगलवार शाम वर्चुअल बैठक की गई, जिसमें मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग के उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत कला अकादमी, मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद, भोपाल सहित प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। आपको बता दें कि इस बार तानसेन अलंकरण और राजा मानसिंह तोमर अलंकरण के लिए पुरस्कार की राशि को इस बार बढ़ाया गया है। तानसेन अलंकरण के लिए पूर्व में दो लाख की रकम बढ़ाकर पांच लाख और राजा मानसिंह तोमर अलंकरण के लिए एक लाख की रकम बढ़ाकर पांच लाख कर दी गई है।
24 दिसंबर की शाम हजीरा स्थित तानसेन समाधि स्थल पर मुख्य कार्यक्रम और सुबह हरिकथा मिलाद के साथ इसकी शुरूआत होगी। 28 दिसंबर को सुबह बेहट में और शाम को गूजरी महल में महिला संगीत सभा का आयोजन होगा। तानसेन संगीत समारोह के पूर्व 22 दिसंबर को शहर के अलग-अलग स्थानों पर स्थानीय कलाकारों की संगीत सभाएं होंगी। समारोह में महाराज बाड़ा स्थित टाउन हॉल, बायजा ताल, हस्सू-हद्दू खां सभागृह, जय विलास पैलेस, राजा मानसिंह तोमर विश्वविद्यालय, शासकीय माधव संगीत महाविद्यालय, शंकर गंधर्व महाविद्यालय कंपू, दत्त मंदिर, पड़ाव स्थित गंगादास की शाला, हनुमान चौराहा स्थित लक्ष्मीनाराण मंदिर, मुरार स्थित द्वारिकाधीश मंदिर, पड़ाव स्थित तानसेन कलावीथिका और ग्वालियर दुर्ग पर संगीत की महफिलें सजेंगी। इसके साथ ही शिवपुरी, दतिया और बटेश्वर में भी पूर्व रंग गमक कार्यक्रम किए जाएंगे।