उज्जैनः महाकाल मंदिर के बाहर हिंदूवाहिनी सेना और बजरंग दल के कार्यकर्ता ने रणबीर कपूर, आलिया भट्ट और अयान मुखर्जी का जमकर विरोध किया। इस विरोध के कारण ही आलिया और रणबीर महाकाल के दर्शन नहीं कर पाए। दरअसल, इस विरोध के पीछे 11 साल पहले बीफ को लेकर दिया रणबीर का एक बयान है जिसमें उन्होंने बीफ की तारीफ की थी। इसी को लेकर हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। इस दौरान एक कार्यकर्ता ने ड्यूटी पर तैनात CSP की कॉलर पकड़ी और वर्दी फाड़ दी। पुलिस ने करीब 12 घंटे बाद उस पर एफआईआर दर्ज की है। प्रदर्शन करने वाले उन लोगों पर कार्रवाई नहीं होना चाहिए जिनके कारण दो सेलिब्रेटी बाबा महाकाल के दर्शन नहीं कर सकी। पूरे देश में महाकाल मंदिर की व्यवस्था पर सवाल खड़े हुए।
जाहिर तौर पर ऐसी घटनाएं कुछ सवाल तो खड़े करती ही है कि क्या इस तरह की हुडदंग से प्रदेश की छवि खराब नहीं होती है। धर्म के नाम पर गुंडागर्दी आखिर कब तक? क्या चंद मुट्ठी भर लोग पूरी व्यवस्था को अपने कब्जे में ले सकते हैं? क्या हंगामा करने वालों को पुलिस का खौफ नहीं है? दूसरी तरफ सियासत भी जोरों पर हैं। गृहमंत्री का कहना है कि प्रशासन के आग्रह के बावजूद रणबीर-आलिया दर्शन के लिए नहीं गए। जबकि कांग्रेस ने इसे महिला विरोधी बता दिया है।
Read more : बच्चों ने खोल दी पापा की पोल, पांचवी शादी करने गया शुख्स, फिर जो हुआ जानकर हो जाएंगे हैरान
हंगामे की खबर लगने के बाद रणबीर, आलिया और अयान मुखर्जी सीधे कलेक्टर आशीष सिंह के घर पहुंचे और हालात सुधरने का इंतजार करते रहे। लेकिन वक्त गुजरता जा रहा था ऐसे में सिर्फ अयान मुखर्जी को कलेक्टर की पत्नी महाकाल मंदिर लेकर गई और दर्शन करवाए और यहीं इस खबर का शायद सबसे सुखद पहलू भी है।