Chhindwara Cough Syrup Death | Photo Credit: IBC24
छिंदवाड़ा: Chhindwara Cough Syrup Death मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां जहरीली सिरप के चलते एक और बच्चे की मौत हो गई। जिसके बाद कॉल्ड्रिफ कफ सिरप के चलते होने वाली मौतों की संख्या अब 10 हो गई है।
Chhindwara Cough Syrup Death मिली जानकारी के अनुसार, बच्चे की तबीयत बिगड़ने से उन्हें नागपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बताया जा रहा है कि उसकी किडनी फेल होने की वजह से उसकी मौत हो गई। बच्ची की पहचान परासिया क्षेत्र के बढ़कुही निवासी योगिता ठाकरे के रूप में हुई है।
छिंदवाड़ा में हो रही लगातार मौतों के चलते मध्यप्रदेश सरकार ने तमिलनाडु में बनी जानलेवा कोल्ड्रिफ और उसके सभी उत्पादों पर प्रतिबंध लगा दिया है। सीएम मोहन यादव ने सोशल मीडिया के जरिए इसकी जानकारी दी है। एक्स पर पोस्ट में सीएम मोहन यादव ने कहा कि “छिंदवाड़ा में कॉल्ड्रिफ सिरप के कारण हुई बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुखद है। इस सिरप की बिक्री को पूरे मध्यप्रदेश में बैन कर दिया है। सिरप को बनाने वाली कंपनी के अन्य प्रोडक्ट की बिक्री पर भी बैन लगाया जा रहा है। सिरप बनाने वाली फैक्ट्री कांचीपुरम में है, इसलिए घटना के संज्ञान में आने के बाद राज्य सरकार ने तमिलनाडु सरकार को जांच के लिए कहा था। आज सुबह जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। रिपोर्ट के आधार पर कड़ा एक्शन लिया गया है। बच्चों की दुखद मृत्यु के बाद स्थानीय स्तर पर कार्रवाई चल रही थी। राज्य स्तर पर भी इस मामले में जांच के लिए टीम बनाई गई है। दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।”
छिंदवाड़ा में Coldrif सिरप के कारण हुई बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुखद है। इस सिरप की बिक्री को पूरे मध्यप्रदेश में बैन कर दिया है। सिरप को बनाने वाली कंपनी के अन्य प्रोडक्ट की बिक्री पर भी बैन लगाया जा रहा है।
सिरप बनाने वाली फैक्ट्री कांचीपुरम में है, इसलिए घटना के संज्ञान में…
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) October 4, 2025
पूर्व सीएम कमलनाथ ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर कहा कि ‘ज़हरीला कफ सिरप पीने से अब तक छिंदवाड़ा में 10 बच्चों की मौत हो चुकी है। दुख की इस घड़ी में मेरी भावनाएँ पीड़ित परिवारों के साथ हैं। लेकिन यह याद रखना होगा कि यह महज़ दुर्घटना नहीं बल्कि मानव निर्मित त्रासदी है। मैं मध्य प्रदेश सरकार से माँग करता हूँ कि एक-एक मृत बच्चे के परिजनों को 50-50 लाख रुपये का मुआवज़ा दिया जाए। जो बच्चे अभी भी अस्वस्थ हैं, उनके बारे में जानकारी मिल रही है कि उपचार का ख़र्च वे अपने पास से उठा रहे हैं और सरकार की ओर से कोई उचित सहायता नहीं मिली है। मध्य प्रदेश सरकार से आग्रह है कि सभी बीमार बच्चों के उपचार का पूरा ख़र्च सरकार उठाए। सरकार को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि प्रदेश में किस तरह की दवाओं की बिक्री हो रही है। नक़ली और ज़हरीली दवाओं के ख़िलाफ़ बड़े पैमाने पर अभियान चलाने की ज़रूरत है ताकि प्रदेश में इस तरह की त्रासदी दोबारा देखने को ना मिले।’
ज़हरीला कफ सिरप पीने से अब तक छिंदवाड़ा में 10 बच्चों की मौत हो चुकी है। दुख की इस घड़ी में मेरी भावनाएँ पीड़ित परिवारों के साथ हैं।
लेकिन यह याद रखना होगा कि यह महज़ दुर्घटना नहीं बल्कि मानव निर्मित त्रासदी है। मैं मध्य प्रदेश सरकार से माँग करता हूँ कि एक-एक मृत बच्चे के…
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) October 4, 2025