Elephant Destruction News: डर के साए में प्रदेश का ये गांव, हाथियों ने ग्रामीणों की जिंदगी कर दी बर्बाद, IBC24 ने दिखाया कैसे लोग पेड़-पुल पर रहने को मजबूर

अनूपपुर जिले के कुकुरगोडा ग्राम पंचायत में जंगल के समीप रहने वाले झुमुकलाल,बल्कू कोल का घर हाथियों ने पिछले 3 साल में कई बार तोड़ा इस बार फिर 27 तारीख को हाथियों ने घर तोड़ दिया।

Elephant Destruction News: डर के साए में प्रदेश का ये गांव, हाथियों ने ग्रामीणों की जिंदगी कर दी बर्बाद, IBC24 ने दिखाया कैसे लोग पेड़-पुल पर रहने को मजबूर

Elephant Destruction News/ image source: IBC24

Modified Date: December 31, 2025 / 12:53 pm IST
Published Date: December 31, 2025 12:52 pm IST
HIGHLIGHTS
  • अनूपपुर में तीन हाथियों का आतंक
  • ग्रामीणों को पेड़-पुल पर रहना पड़ रहा
  • घर और फसल को लगातार नुकसान

Elephant Destruction News: अनूपपुर: मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में 3 हाथियों का मूवमेंट बना हुआ है, 3 वर्षों से हाथियों के मूवमेंट के कारण अनूपपुर जिले के ग्रामीण इलाकों में दहशत का माहौल है, विगत 8 दिनों से आए हुए तीन हाथियों ने ग्रामीण इलाकों में दहशत बना रखी है, हाथियों के आतंक ने कहीं घर तोड़े तो कहीं फसल खाई है।

पिछले 3 साल में कई बार हाथियों ने घर तोड़ा

, झुमुकलाल,बल्कू कोल घर के पास ही बने पुल में रहने को मजबूर है जिनकी शुध लेने अब तक प्रशासन नहीं पहुंचा है। वही दूसरा मामला पास के ही ग्राम पंचायत क्योंटार का है, जहां एक बैगा परिवार बरगद के पेड़ में विगत 3 वर्षों से हाथियों के मूवमेंट के बाद से रह रहा है। बरगद के पेड़ के ऊपर खाट लगाकर तीन से चार परिवार के सदस्य रह रहे हैं।

पुल के नीचे लोगों को रहना पड़ रहा

Elephant Destruction News: प्रशासन की लापरवाही और हाथियों की दहशत के कारण ग्रामीणों को अपने घर से दूर देर रात कभी पेड़ो पर तो कभी पुल के नीचे रहना पड़ रहा। 3 वर्षों से आए दिन हाथियों का मूवमेंट बना रहता है। इस बार हाथी विगत आठ दिवस से चोलना और धनगंवा बीट के आसपास डेरा जमाए हुए हैं और प्रतिदिन रात को ग्रामीण इलाकों में आकर घरों को तोड़फोड़ कर धन और फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

 ⁠

IBC24 ने बताई जमीनी हकीकत

Elephant Destruction News: पूरी स्थिति का जायजा लेने रिपोर्टर ग्राउंड रिपोर्ट करने पहुंचे जहां की स्थिति स्पष्ट दिख रही है कि किस तरह ग्रामीण पेड़ों और पुल के नीचे रहने को दिवस है बच्चों का स्कूल में जाना पढ़ना दूबर है। 7 बच्चों के साथ पल के नीचे ठंड की ठिठुरती रात में सोना बहुत ही धैर्य और साहस का कार्य है।

वहीं 6 डिग्री सेल्सियस की ठंडी में पेड़ पर कई महीनो से गुजर बसर करना सबसे बड़ी समस्या है। देखना यह है कि उक्त स्थिति पर प्रशासन कितना सक्रिय होता है और लोगों की सुरक्षा और उनके घरों की सुरक्षा के लिए किस तरह का कार्य करता है।

Elephant Destruction News: तीन हाथियों को समूह 23 दिसंबर की दिन रात एक बार फिर से छत्तीसगढ़ राज्य के मरवाही इलाके को पार कर अनूपपुर जिले के जैतहरी तहसील,थाना एवं वन परिक्षेत्र के चोलना एवं धनगवां वन बीट से लगे जंगलों में दिन के समय विश्राम कर शाम एवं रात होते ही जंगल से लगे ग्राम पंचायत क्योटार के ग्राम कुसुमहाई के पालाडोंल,झंडीटोला,ग्राम पंचायत पड़रिया के चोई गांव अंतर्गत भलुवानटोला, ग्राम पंचायत कुकुरगोड़ा के बेल्हाटोला,कोषमटोला,सरईया टोला में पहुंचकर अब तक छ:ग्रामीणों के कच्चे मकानो का नुकसान किया है हाथियों के निरंतर विचरण पर वन विभाग द्वारा दो अलग-अलग तरह से गश्ती दल बनाकर ग्रामीणों की मदद से हाथियों के विचरण पर निरंतर नजर रख रहे हैं साथ ही ग्रामीणों को हाथियों के समूह से दूर रहने के साथ अन्य तरह से बचने के उपाय बताए जा रहे हैं।

इन्हें भी पढ़ें :-


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

पत्रकारिता और क्रिएटिव राइटिंग में स्नातक हूँ। मीडिया क्षेत्र में 3 वर्षों का विविध अनुभव प्राप्त है, जहां मैंने अलग-अलग मीडिया हाउस में एंकरिंग, वॉइस ओवर और कंटेन्ट राइटिंग जैसे कार्यों में उत्कृष्ट योगदान दिया। IBC24 में मैं अभी Trainee-Digital Marketing के रूप में कार्यरत हूँ।