Gwalior News: डॉ.अम्बेडकर के पुतले को जलाने का प्रयास और आपत्तिजनक नारेबाज़ी, चंद्रशेखर आजाद ने दी आंदोलन की चेतावनी

Gwalior News: भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने शोसल मीडिया में पोस्ट कर ग्वालियर में डॉ. भीमराव अम्बेडकर के पुतले को जलाने का प्रयास और उनके विरुद्ध की गई आपत्तिजनक नारेबाज़ी को लेकर कार्रवाई की मांग की है।

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  • Publish Date - December 27, 2025 / 11:11 PM IST,
    Updated On - December 27, 2025 / 11:13 PM IST

Gwalior News, image source: Madhyamam

HIGHLIGHTS
  • भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद की शोसल मीडिया में पोस्ट
  • ग्वालियर में डॉ. भीमराव अम्बेडकर के पुतले को जलाने का प्रयास
  • उनके विरुद्ध की गई आपत्तिजनक नारेबाज़ी
  • दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग

ग्वालियर: Gwalior News, भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने शोसल मीडिया में पोस्ट कर ग्वालियर में डॉ. भीमराव अम्बेडकर के पुतले को जलाने का प्रयास और उनके विरुद्ध की गई आपत्तिजनक नारेबाज़ी को लेकर कार्रवाई की मांग की है।

एक्स पर पोस्ट कर आजाद ने लिखा है कि ”ग्वालियर में भारतीय संविधान के निर्माता, आधुनिक भारत के शिल्पकार, शोषित-वंचितों, दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं के मुक्तिदाता, ज्ञान व चेतना के प्रतीक, विश्व-रत्न परम पूज्य बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी के पुतले को जलाने का प्रयास और उनके विरुद्ध की गई आपत्तिजनक नारेबाज़ी सिर्फ़ एक आपराधिक घटना नहीं, बल्कि संविधान, लोकतंत्र और सामाजिक न्याय को खुलेआम चुनौती देने का घिनौना षड्यंत्र है।”

Gwalior News, उन्होंने आगे लिखा कि “यह कृत्य उन नफरती और संविधान-विरोधी ताक़तों की पहचान उजागर करता है, जो आज भी बराबरी, भाईचारे और न्याय से डरती हैं। बाबा साहेब का अपमान दरअसल उन करोड़ों लोगों के आत्मसम्मान पर हमला है, जिन्हें संविधान ने इंसान की तरह जीने का हक़ दिया। यह देश की शांति भंग करने और समाज को बांटने की सुनियोजित कोशिश है।”

दोषी पर NSA की धाराओं में मुक़दमा दर्ज हो

उन्होंने आगे लिखा कि  “हम @MP_MyGov से कठोर शब्दों में मांग करते हैं—दोषी पर NSA की धाराओं में मुक़दमा दर्ज हो,इस कृत्य के पीछे मौजूद साज़िश और संरक्षण की भी जांच हो, भविष्य में परम पूज्य बाबा साहेब और संविधान के अपमान की किसी भी कोशिश पर शून्य सहनशीलता दिखाई जाए। यदि अगले 72 घंटों के भीतर हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो 1 जनवरी को ग्वालियर पहुँचकर परम पूज्य बाबा साहेब और संविधान के सम्मान में शांतिपूर्ण, लोकतांत्रिक लेकिन निर्णायक जन-आंदोलन किया जाएगा। किसी भी अव्यवस्था की पूरी ज़िम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। ”

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