Pandit Dhirendra Shastri Yatra
दमोह: Pandit Dhirendra Shastri Yatra सनातन एकता की पुकार के साथ एक हैं तो सेफ हैं से आगे अब सनातनियों को साफ-साफ संदेश है कि संख्या और एकता यही विश्न में हमें यानि भारत को और सनातनियों को सुरक्षित रख सकती है। इसी संदेश के साथ लोगों को जगाने, बाबा बागेश्वर सनातन एकता यात्रा की शुरूआत कर रहे हैं। जिसका संकल्प आज बाबा बगेश्वर ने ले लिया है।
Pandit Dhirendra Shastri Yatra वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण एकता सनातन यात्रा से पहले उत्तरकाशी पहुंचे। जहां उन्होंने यमुना और गंगा के संगम स्थल गंगनानी में विधिवत पूजा अर्चना की। इस दौरान कवि कुमार विश्वास भी बाबा बागेश्वर के साथ नजर आए। बाबा बागेश्वर एकता सनातन यात्रा निकालने वाले हैं। जिसकी शुरुआत 7 नवंबर से दिल्ली से होगी. कई तीर्थ स्थलों से होते हुए 16 नवंबर को वृंंदावन में इसका समापन होगा। यात्रा से पहले बाबा बागेश्वर उत्तराखंड में यमुनोत्री की पूजा की और यात्रा के जरिए सनातनियों और हिंदुओं को एकजुट करने का संकल्प लिया।
यमुनोत्री से यात्रा का संकल्प लेकर बाबा बागेश्वर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पु्ष्कर धामी से भी मिले। इस दौरान वो अकेले नहीं थे। बल्कि सनातन धर्म के सबसे बड़े ध्वजवाहकों मेें शुमार संत और कथावाचक भी शामिल रहे। पुष्कर धामी से भेंट मुलाकात के बाद देवभूमि से सभी संतोंं ने एक स्वर में देश में सनातन संस्कृति को बढ़ाने के लिए हुंकार भरी।
एक तरफ देवभूमि में बाबा बागेश्वर ने यमुनोत्री में विधिवत पूजा के साथ सनातन एकता यात्रा का संकल्प लिया, तो इससे पहले उत्तरप्रदेश के फतेहपुर में जगन्नाथ धाम के भूमिपूजन समारोह में शिरकत करने पहुंचे लसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने मंच से देश को हिंदू राष्ट्र बनाने का आह्वान किया था। जगदगुरू ने जोर देकर कहा कि भारत की 80 प्रतिशत आबादी हिंदू होनी चाहिए, तभी देश सशक्त और सुरक्षित रहेगा।
जाहिर है बीते एक-दो साल में देश में कई बार हिंदू राष्ट्र की पैरवी या मांग उठती रही है। जिसे लेकर कई अभियान चलाए गए। कई पदयात्रा निकाली गई। बाबा बागेश्वर का सनातन हिंदू एकता यात्रा भी इसी कमिटमेंट का हिस्सा माना जा रहा है। जाहिर है पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कई बार सार्वजनिक मंच से हिंदू राष्ट्र के लिए हुंकार भर चुके हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि हिंदू सनातन यात्रा के पीछे बाबा बागेश्वर का एक ही मिशन है। देश को हिंदू राष्ट्र बनाना और जब तक वो इसमें सफल नहीं होते। उनका अभियान चलते रहेगा।