CM Mohan on GIS 2025: ड्रोन निर्माण का हब बनेगा मध्यप्रदेश.. सीएम मोहन यादव ने जताया भरोसा, जानें कितनी फायदेमंद साबित होगी ये नीति

CM Mohan on GIS 2025: ड्रोन निर्माण का हब बनेगा मध्यप्रदेश.. सीएम मोहन यादव ने जताया भरोसा, जानें कितनी फायदेमंद साबित होगी ये नीति

CM Mohan on GIS 2025: ड्रोन निर्माण का हब बनेगा मध्यप्रदेश.. सीएम मोहन यादव ने जताया भरोसा, जानें कितनी फायदेमंद साबित होगी ये नीति

MP Global Investors Summit 2025| Photo Credit: MP DPR

Modified Date: February 14, 2025 / 10:41 am IST
Published Date: February 14, 2025 10:39 am IST

CM Mohan on GIS 2025: भोपाल। मध्य प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) 2025 को अब 10 दिन शेष रह गए हैं। मध्य प्रदेश इस समिट में अपनी निवेशक-अनुकूल नीतियों और बुनियादी ढांचे का प्रदर्शन करने के लिए तैयार है, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने भरोसा जताते हुए कहा कि, मध्यप्रदेश ड्रोन निर्माण का हब बनेगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि, मध्यप्रदेश को ड्रोन निर्माण और प्रौद्योगिकी का प्रमुख हब बनाने के लिए समग्र कार्य योजना तैयार की गई है।

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मध्यप्रदेश ड्रोन संवर्धन एवं उपयोग नीति-2025 को दी स्वीकृति

राज्य सरकार ने ड्रोन क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने के लिये मध्यप्रदेश ड्रोन संवर्धन एवं उपयोग नीति-2025 को स्वीकृति दे दी है। नई नीति में ड्रोन के सुरक्षित और कुशलतम उपयोग के माध्यम से नवाचार, आर्थिक समृद्धि और रोजगार को बढ़ावा देने वाले विषयों एवं तथ्यों को शामिल किया है। मध्यप्रदेश में ड्रोन टेक्नोलॉजी के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए जल्द ही ड्रोन डेटा रिपॉजिटरी भी बनाई जायेगी। प्रधानमंत्री गति शक्ति पहल से प्रेरित होकर ड्रोन नीति सरकार के ड्रोन डेटा और इमेजरी के लिए एक केन्द्रीकृत प्लेटफ़ॉर्म होगा।

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ड्रोन नीति ऐसे फायदेमंद साबित होगी

MP Global Investors Summit 2025: ड्रोन डेटा रिपॉजिटरी विभिन्न विभागों के मध्य परस्पर डेटा साझा करने और सहयोग को बढ़ावा देगी। यह नीति जीआईएस आधारित योजना और विश्लेषणात्मक उपकरणों का उपयोग करके बेहतर निगरानी तंत्र विकसित करेगी। यह रिपॉजिटरी तत्काल अद्यतन निगरानी सुविधा प्रदान करेगी, जिससे संसाधनों का त्रुटिरहित आवंटन होगा और अधोसंरचनात्मक विकास में सहयोग मिलेगा। इससे बेहतर समन्वय, निर्णय-प्रक्रिया में मदद मिलने के साथ लागत-समय का सदुपयोग होगा।


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