Disturbances in MP Patwari Exam
भोपाल: Disturbances in MP Patwari Exam मप्र में हाल ही में हुई पटवारी भर्ती परीक्षा सवालों के घेरे में है। कांग्रेस ने पटवारी भर्ती परीक्षाओं में भारी गड़बड़ियों और घोटाले के आरोप लगाए तो सरकार को 8 हज़ार से ज्यादा भर्तियों पर रोक लगाकर पूरे मामले की जांच के आदेश देने पड़े।
आरोप नंबर 1 कांग्रेस का आरोप – एक ही परीक्षा सेंटर से 10 में से 7 परीक्षार्थी का कैसे आ गए, सभी ने साथ में परीक्षाएं दीं। बीजेपी का जबाव – टॉप टेन सभी अभ्यर्थियों ने अलग-अलग पालियों में परीक्षा दी है। प्रश्न पत्र भी अलग अलग था और एन आर आई कॉलेज से 114 परीक्षार्थी पास हुए हैं जो 1.2% है अन्य सेंटर से 321 परीक्षार्थी पास हुए हैं जो 3.7% है।
Disturbances in MP Patwari Exam आरोप नंबर 2कांग्रेस का आरोप – क्या ग्वालियर से सबसे ज्यादा चयन हुए, बीजेपी नेताओं के साथ फोटो में दिखने वाले ज्यादातर टॉप आ रहे, क्यों बीजेपी का जबाव – ग्वालियर से नहीं दूसरी जगह से ज्यादा अभ्यर्थी पास हुए हैं। ग्वालियर से सिर्फ 5 फीसदी जबकि भोपाल से सबसे ज्यादा 42% अभ्यर्थी पास हुए हैं।
आरोप नंबर 3 कांग्रेस का आरोप – टॉप आने वाले ज्यादातर परीक्षार्थियों ने हिंदी में साइन किया क्योंकि और इंग्लिश में 25 में से 25 मार्क्स कैसे आ गए। बीजेपी का जबाव – परीक्षा के टॉपर्स ने 13 से 23 तक मार्क्स प्राप्त किए हैं। किसी ने भी 25 नंबर प्राप्त नहीं किए। कांग्रेस झूठ बोल रही है, हिंदी में नहीं तो क्या इटालियन में दस्तखत करेंगे।
आरोप नंबर 4 कांग्रेस का आरोप – ब्लैक लिस्टेड कंपनियों से परीक्षाएं कराई जा रही। सिर्फ कंपनियां बदली जा रही कंपनियों के कर्ताधर्ता वही है। नाम बदलकर कंपनियां बनाकर परीक्षाएं करा रहे है जिस पर बीजेपी ने जवाब देते हुए कहा कि, कांग्रेस झूठ बोल रही है कंपनी ब्लैक लिस्टेड नहीं है। देश की प्रतिष्ठित कंपनी है जो बड़े-बड़े एग्जाम कराती है पूरी परीक्षा में स्टैंडर्ड ऑपरेटिंव सिस्टम का पालन किया गया है।
Disturbances in MP Patwari Exam आरोप नंबर 5 कांग्रेस का आरोप – पटवारी भर्ती परीक्षा में बड़े स्तर पर गड़बड़ी हुई है जिस पर बीजेपी ने कहा कि – कांग्रेस झूठ बोल रही है। मध्य प्रदेश सरकार लगातार युवाओं को रोजगार दे रही है। इसलिए कांग्रेस सरकार को बदनाम करने की साजिश कर रही है। पूरे मामले की सीबीआई जांच हो। सीबीआई जांच में कांग्रेस नेताओं की संदिग्ध भूमिका की भी जांच हो मध्य प्रदेश सरकार को बदनाम किया जा रहा।