‘इस्लाम में हराम है आइब्रो पतली कराना, मुड़वाना या नोंचना’ फैशन पर फतवा को लेकर छिड़ी जंग

'इस्लाम में हराम है आइब्रो पतली कराना, मुड़वाना या नोंचना' फैशन पर फतवा को लेकर छिड़ी जंग! eyebrow plucking is haram in islam

‘इस्लाम में हराम है आइब्रो पतली कराना, मुड़वाना या नोंचना’ फैशन पर फतवा को लेकर छिड़ी जंग
Modified Date: March 2, 2023 / 05:13 pm IST
Published Date: March 2, 2023 5:13 pm IST

भोपाल: eyebrow plucking is haram in islam मुस्लिम महिलाओं या पुरुषों को आइब्रो पतली कराना, मुड़वाना या नोंचना जायज नहीं है? सिर पर विग लगाना इस्लाम में हराम है? क्या ऐसा करना अल्लाह की नाफरमानी है? ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि ये सवाल उस फरमान के बाद उठ रहे हैं जो बरेलवी मसलक को मानने वाले मुसलमानों के लिए सुनाए गए हैं। बरेलवी मसलक के इन फरमान पर बहस भी छिड़ गई है।

Read More: Chunavi Chaupal in Dantewada : कभी भाई-बहन, तो कभी चाची-भतीजा आए आमने-सामने, बेहद रोचक है इस विधानसभा का चुनावी मुकाबला, 2023 में क्या फिर रिपीट होगा ये किस्सा? 

eyebrow plucking is haram in islam मुस्लिम महिलाओं या पुरुषों को आइब्रो पतली कराना, मुड़वाना या नोंचना जायज नहीं है। किसी दूसरे के बाल विग के तौर पर सिर पर लगाना इस्लाम में हराम है। अल्लाह ने जैसा हमे भेजा है, वैसे ही रहना चाहिए।

 ⁠

Read More: इस दिन रिलीज होगी अल्लू अर्जुन की पुष्पा 2, ये धाकड़ एक्टर बनेगा विलेन 

दरअसल ये बहस उत्तर प्रदेश के बरेली में आयोजित शरई काउंसिल ऑफ इंडिया के वार्षिक सेमिनार में सुनाए गए फरमान के बाद शुरू हुई, जहां मसलक की ओर से मुस्लिम महिलाओं और युवाओं के लिए अपने एक फैसले में आइब्रो बनवाना और हेयर ट्रांसप्लांट समेत बिग लगाने को नाजायज करार दे दिया है। अपने फैसले में बरेली मसलक ने फरमान सुनाया है कि महिलाओं और पुरुषों के लिए इस्लाम में जो प्रतिबंध बताए गए हैं, उन प्रतिबंधों में आइब्रो बनवाना, हेयर ट्रांसप्लांट करवाने समेत बाल कटवाना जायज नहीं है।

Read More: Nagaland Election Results 2023: ईसाई बहुल राज्य में भी चला BJP का जादू? पूर्वोत्तर के तीनों राज्य में सहयोगी दलों के साथ बन सकती है सरकार

यही नहीं फतवे में मुस्लिम को किसी दूसरे किसी शख्स के हेयर और आइब्रो बनवाने को नाजायज करार दिया गया है, यानि आप अलग लून या पार्लर चलाते हैं और आप मुसलमान हैं तो आपको आप इस्लाम की नाफरमानी कर रहे हैं। उधर मध्यप्रदेश उलेमा बोर्ड के अध्यक्ष काजी सैयद अनस अली ने समर्थन कर दिया। उन्होंने कहा कि हर धर्म के अपने-अपने नियम और संस्कार होते हैं। अल्लाह ने जैसा हमे भेजा है, वैसे ही रहना चाहिए। वैसे ही रहना चाहिए हम गंजे है तो गंजा ही रहना चाहिए नकली बाल क्यों लगाना?

Read More: संविदा-अनियमित कर्मचारियों का होगा नियमितीकरण, सीएम भूपेश बघेल ने विधानसभा ने दिया जवाब

अब बरेलवी मसलक के इन फरमान पर बहस भी छिड़ गई है। मध्य प्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने इस पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि मुस्लिम समाज में तो महिलाओँ को उनके पूजा स्थल पर भी जाने नहीं दिया जाता है। समाज में ऐसे कई नियम है जो महिलाओँ की आजादी छीनते हैं। वहीं मध्य प्रदेश की पूर्व संस्कृति मंत्री और कांग्रेस विधायक विजयलक्ष्मी साधौ का कहना है कि ये एक समाज विशेष के नियमों की बात है। उन्हें जो लगता है वो अपने लिए नियम बना सकते हैं।

Read More: Honda City 2023 : बजार में धूम मचाने आई नई Honda City, ADAS के साथ साथ मिलेंगे ये फीचर्स, कीमत है मात्र इतनी

तो वहीं, शरई काउंसिल ऑफ इंडिया के वार्षिक सेमिनार में जो फरमान बरेलवी मसलक को मानने वाले मुसलमानों को सुनाए गए उनका संबंध इस्लाम से कितना है ये हम नहीं जानते। हम ये भी जानते कि इन फतवों और फरमानों को सुनाने के पीछे मकसद क्या है। लेकिन सवाल ये कि जो मुस्लिम शख्स या महिला आइब्रो या बाल बनवा चुकी है या हेयर ट्रासंप्लांट करा चुके हैं उनका क्या होगा? जो पुरुष या महिला सलून या ब्यूटी पार्लर चला रही है उसका क्या होगा? क्या ऐसे लोग इस्लाम का हिस्सा नहीं रहे या फिर इस्लाम में इन लोगों के लिए अब कोई जगह नहीं रही और अगर ऐसा नहीं है तो फिर ऐसे फतवों और ऐसे फरमानों का मतलब क्या है।

 

देश दुनिया की बड़ी खबरों के लिए यहां करें क्लिक


लेखक के बारे में

"दीपक दिल्लीवार, एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें मीडिया इंडस्ट्री में करीब 10 साल का एक्सपीरिएंस है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक ऑनलाइन समाचार वेबसाइट से की थी, जहां उन्होंने राजनीति, खेल, ऑटो, मनोरंजन टेक और बिजनेस समेत कई सेक्शन में काम किया। इन्हें राजनीति, खेल, मनोरंजगन, टेक्नोलॉजी, ऑटोमोबाइल और बिजनेस से जुड़ी काफी न्यूज लिखना, पढ़ना काफी पसंद है। इन्होंने इन सभी सेक्शन को बड़े पैमाने पर कवर किया है और पाठकों लिए बेहद शानदार रिपोर्ट पेश की है। दीपक दिल्लीवार, पिछले 5 साल से IBC24 न्यूज पोर्टल पर लीडर के तौर पर काम कर रहे हैं। इन्हें अपनी डेडिकेशन और अलर्टनेस के लिए जाना जाता है। इसी की वजह से वो पाठकों के लिए विश्वसनीय जानकारी के सोर्स बने हुए हैं। वो, निष्पक्ष, एनालिसिस बेस्ड और मजेदार समीक्षा देते हैं, जिससे इनकी फॉलोवर की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। काम के इतर बात करें, तो दीपक दिल्लीवार को खाली वक्त में फिल्में, क्रिकेट खेलने और किताब पढ़ने में मजा आता है। वो हेल्दी वर्क लाइफ बैलेंस करने में यकीन रखते हैं।"