Face To Face Madhya Pradesh| Image source: IBC24
Face To Face Madhya Pradesh: भोपाल। इसे कहते हैं देर भी..अंधेर भी.. एक फर्जी डॉक्टर मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ तक घूमता रहा, नौकरी करता रहा और इलाज के नाम पर लोगों की जान लेता रहा। वो नामी अस्पतालों में भी सेवारत रहा, शिकायतों के बाद भी टिका रहा और एक दिन उसका भांडा फूटा, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। आज उसकी करतूतों ने पूरी मेडिकल फ्रेटर्निटी को कटघरे में खड़ा कर दिया।
कितने भरोसे के साथ हम डॉक्टर के पास जाते हैं। सर्जरी के लिए अपना जीवन तक उन्हें सौंप देते हैं। अगर वही जालसाल निकल जाए तो किया क्या जाए। सिवाय सिस्टम को कोसने के। जहां ऐसे काल के दूतों को पनाह मिल जाती है। वो भी सालों-साल तक।
एमपी के दमोह के मिशन अस्पताल में हार्ट सर्जरी के बाद सात मरीजों की मौत का मामला सामने आया है, जिसके बाद अब तक आरोपी डॉ. नरेंद्र यादव उर्फ नरेंद्र जॉन केम के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई, इसमें दो अन्य को भी आरोपी बनाया गया है। वहीं राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग की टीम भी दमोह पहुंची है और मृतक मरीजों के परिजनों के बयान दर्ज कर रही है। लेकिन, इससे इतर मामले में जमकर सियासत खेली जा रही हैं। विपक्ष और सत्तापक्ष के बीच जमकर आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।