IBC24 Janjatiya Pragya/Image Source: IBC24
भोपाल: IBC24 Janjatiya Pragya मध्यप्रदेश सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर IBC24 द्वारा आयोजित विशेष कार्यक्रम “जनजातीय प्रज्ञा” का आगाज़ हो चुका है। इस महत्वपूर्ण मंच पर राज्य सरकार की जनहितैषी योजनाओं, अब तक की उपलब्धियों, और आगे की कार्ययोजना पर विस्तृत संवाद किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में संगठन के शिल्पी सेगमेंट अंतर्गत मध्यप्रदेश के मंत्री प्रहलाद पटेल शामिल हुए। उन्होंने सरकार के कामों को लेकर IBC24 की ओर से किए गए सवालों का जवाब दिया।
इसी कड़ी में IBC24 के मंच पर मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि हमने तय किया तीन लाइन मैं कहता हूं हमारा कोई भी ग्रामीण भवन दो मंजिला नहीं बन सकता था क्योंकि हमारी डिजाइन ही नहीं थी हमने डिज़ाइन को बदला मैं भाग्यशाली हूं कि सर अटल जी की जन्म शताब्दी थी 2467 पंचायत भवन हमने बनाए। अटल ग्राम सेवा सदन तीन मंजिल तक जा सकते हैं। सेचुरेशन है। इस सरकार के कार्यकाल समाप्त होने के पहले मध्य प्रदेश में हम खड़े होकर ये कह सके कि हर पंचायत में एक ई पंचायत के लिए सुव्यवस्थित पंचायत भवन है। दूसरा चरण जनपद का है। हमारे जनपद है 350 से ऊपर। 106 जनपद पंचायत के भवन अटल सुशासन भवन के नाम पर हैं। जो सवा5 करोड़ के उससे बनेंगे। तीन मंजिला वह भी जा सकते हैं। दो एकड़ से कम जमीन नहीं होना चाहिए। आधा एकड़ में जंगल होना चाहिए। पार्क नहीं होना चाहिए। वो हमने किए हैं। पांच जिला पंचायत के भवन तीन चार नए जिले बने हैं। एक दतिया था वो बनाया अटल जिला सुशासन भवन के नाम पर वो हो गया। पौने 4000 से ज्यादा अटल सामुदायिक भवन 25 लाख 47 लाख मुझे लगता है कि यह तो हमने निर्माण की बात की है।
IBC24 Janjatiya Pragya: दूसरी बात हमने ये कही है कि जब कभी जलगंगा अभियान पर बात आती थी आप लोग फोटो दिखाते थे। शिपरी जैसा सॉफ्टवेयर बनाकर चाहे वह किसान का तालाब हो चाहे सामुदायिक तालाब हो। कहां खोदना है ये हम तय करेंगे। व्यक्ति तय नहीं करेगा। बाकी लोग तय नहीं करेंगे। परिणाम उसका है। आज सारे के सारे तालाब भरे हुए हैं। कोई टूटा नहीं।
तीसरी बात मैं कहूंगा कि जो आजीविका का साधन है जो जनजाति से जुड़ा हुआ है नक्सलवादी हमारे जो नौ ब्लॉक थे उन नौ ब्लॉकों में हमने हैंड हायरिंग सिस्टम जो उसके लिए चाहे उसका कला का मामला हो चाहे पढ़ाई का मामला हो अगर उसको मदद मिलनी है व्यवसाय में तो वो हमने 37 सेंटर शुरू किए हैं तो जब कभी आप समूह के अलावा ऊपर जाते हो सीएलएफ बनता है और सीएलएफ के ऊपर भी जब जाते हो आप सीआईएफ की तरफ बढ़ते हो तो हम देश में नंबर एक है तो व्यक्ति सिर्फ दुकान खोलना नहीं चाहता उससे ऊपर भी जाना चाहता है तो उसके लिए भी हमने यह रास्ता दिया है और हम उसमें देश में नंबर वन हैं।