Ijtima 2025: भोपाल में इज्तिमा 2025 की तैयारियां पूरी, 12 लाख जायरीन के लिए तैयार किया गया विशाल 120 एकड़ पंडाल, जानिए क्यों यह इज्तिमा पिछले सालों से खास ?
राजधानी भोपाल में इस साल ईटखेड़ी में 14 से 17 नवंबर तक 78वां आलमी तब्लीगी इज्तिमा आयोजित किया जाएगा। इज्तिमा में देशभर से जमातें और विदेशों से आने वाले जायरीन शामिल होंगे।
ijtima 2025
- भोपाल में इज्तिमा 2025 की तैयारियां पूरी
- ईटखेड़ी में 14 से 17 नवंबर तक 78वां आलमी तब्लीगी इज्तिमा
- 17 नवंबर को सामूहिक दुआ के साथ इज्तिमा का समापन होगा
Ijtima 2025: भोपाल: राजधानी भोपाल में इस साल ईटखेड़ी में 14 से 17 नवंबर तक 78वां आलमी तब्लीगी इज्तिमा आयोजित किया जाएगा। इज्तिमा में देशभर से जमातें और विदेशों से आने वाले जायरीन शामिल होंगे। आयोजकों के अनुसार इस साल इज्तिमा में लगभग 12 लाख से अधिक लोग शामिल होने की संभावना है। कार्यक्रम 17 नवंबर को सामूहिक दुआ के साथ समाप्त होगा।
120 एकड़ में विशाल पंडाल
Ijtima 2025: इज्तिमा की तैयारियों के तहत 120 एकड़ में विशाल पंडाल लगाया गया है, जिसमें जायरीन के बैठने, खाने और अन्य सुविधाओं का पूरा इंतजाम किया गया है। 50 हजार लोगों के खाने का इंतजाम पहले से ही कर लिया गया है। इसके अलावा 350 एकड़ में पार्किंग की व्यवस्था की गई है, जिसमें 71 अलग-अलग पार्किंग जोन बनाए गए हैं।
यात्रियों की सुविधा के लिए भोपाल-इटारसी और भोपाल-जोधपुर एक्सप्रेस में एक्स्ट्रा कोच लगाए जाएंगे। इसके साथ ही स्टेशन पर भी सुविधाओं को बढ़ाया गया है। 4 नए टिकट काउंटर और 6 एटीवीएम मशीनें कार्यरत रहेंगी ताकि यात्रियों को लंबी कतारों का सामना न करना पड़े।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी विशेष इंतजाम
Ijtima 2025: सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी विशेष इंतजाम किए गए हैं। इज्तिमा के दौरान स्टेशन पर अतिरिक्त सिक्योरिटी, मेडिकल और स्टाफ की व्यवस्था की गई है। प्लेटफॉर्म 6 की पार्किंग इज्तिमा की अवधि में बंद रहेगी ताकि भीड़ नियंत्रण आसान हो सके और यातायात में कोई बाधा न आए।
जायरीन की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इज्तिमा आयोजन स्थल तक सुविधाजनक मार्ग और शटल सेवा भी उपलब्ध कराई जाएगी। आयोजक उम्मीद कर रहे हैं कि इस बार इज्तिमा में पिछले सालों की तुलना में अधिक संख्या में लोगों की भागीदारी होगी।
सभी विभागों में को दिए गए निर्देश
Ijtima 2025: इज्तिमा 2025 को लेकर अधिकारियों ने सभी विभागों को पूर्ण तैयारियां करने के निर्देश दिए हैं। यातायात, सुरक्षा, स्वास्थ्य, सफाई और खाने-पीने की व्यवस्थाओं की समीक्षा नियमित रूप से की जा रही है। कार्यक्रम के दौरान किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए मेडिकल और आपदा प्रबंधन टीम लगातार तैनात रहेंगी।
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