MP Samvida Karmchari News: संविदा कर्मी फिर अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर, क्या सुनेगी मोहन सरकार, या होगा कुछ बड़ा..?
मध्यप्रदेश में सरकार से नाराज चल रहे संविदा कर्मी एक बार फिर सड़कों पर उतरने जा रहे हैं। उनका कहना है कि अगर इस बार उनकी मांग पूरी नहीं की गई, तो आगे वे कुछ बड़ा करेंगे।
MP Samvida Karmchari News
- मध्यप्रदेश में आज बिजली संविदा कर्मियों का प्रदर्शन राजधानी भोपाल में।
- कर्मियों ने नियमितीकरण के प्रस्ताव पर अब तक सुनवाई न होने पर आक्रोश जताया।
- लगभग 5 हजार संविदा कर्मी प्रदेश भर में स्थायी नियुक्ति की मांग कर रहे हैं।
MP Samvida Karmchari News: भोपाल: मध्यप्रदेश में आज बिजली संविदा कर्मियों का प्रदर्शन राजधानी सहित प्रदेश के कई हिस्सों में जोर पकड़ रहा है। संविदा कर्मियों का कहना है कि उनके नियमितीकरण के प्रस्ताव पर अब तक सुनवाई नहीं हुई है, जबकि उन्होंने यह प्रस्ताव तीन महीने पहले ही सरकार के समक्ष रखा था। यह लापरवाही संविदा कर्मियों में आक्रोश पैदा कर रही है और उनका प्रदर्शन इस गुस्से का प्रमुख उदाहरण है।
संविदा कर्मी पहले ही कई बार सौंप चुके हैं ज्ञापन
MP Samvida Karmchari News: प्रदेश के 55 जिलों के कलेक्टरों, मंत्रियों, सांसदों और विधायकों को संविदा कर्मियों ने पहले ही ज्ञापन सौंपे हैं, लेकिन अब तक किसी भी स्तर पर ठोस कार्रवाई नहीं हुई। संविदा कर्मियों का आरोप है कि सरकार उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं ले रही, जबकि उन्होंने कई महीनों से अपने नियमितीकरण का इंतजार कर रखा है।
5 हजार बिजली संविदा कर्मी कर रहे संघर्ष
मध्यप्रदेश में लगभग 5 हजार बिजली संविदा कर्मी इस समय अपने नियमितीकरण की मांग को लेकर संघर्षरत हैं। इन कर्मियों का कहना है कि वे वर्षों से प्रदेश की बिजली व्यवस्था में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन फिर भी उन्हें स्थायी रूप से नियुक्त करने की प्रक्रिया में देरी की जा रही है। उनका यह प्रदर्शन सरकार पर दबाव बनाने के लिए किया जा रहा है, ताकि जल्द से जल्द उनकी मांगों को स्वीकार किया जा सके।
बड़े स्तर पर आंदोलन करने की कही बात
MP Samvida Karmchari News: संविदा कर्मियों का प्रदर्शन राजधानी भोपाल में विभिन्न क्षेत्रों में आयोजित किया गया। प्रदर्शन के दौरान उन्होंने नारेबाजी की और कहा कि उनकी मांग न्यायसंगत और वैधानिक है। संविदा कर्मियों ने यह भी कहा कि यदि उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन और हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे।
संपर्क सूत्रों के अनुसार, सरकार इस मामले में सभी संविदा कर्मियों के प्रस्तावों और ज्ञापनों की समीक्षा कर रही है। प्रशासन का मानना है कि जल्द ही इस मामले में कोई ठोस निर्णय लिया जाएगा। लेकिन संविदा कर्मियों का गुस्सा अब तक शांत नहीं हुआ है और उनका मानना है कि केवल समीक्षा और आश्वासन से काम नहीं चलेगा, बल्कि उन्हें स्थायी रूप से नियमितीकरण की गारंटी चाहिए।
इन्हें भी पढ़ें :-
Sidhi News: सीधी में दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट, लाठी-डंडे और चप्पलों का किया गया इस्तेमाल…

Facebook



