Uma Bharti Press Conference/ image source: IBC24
Uma Bharti Press Conference: भोपाल: मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी की फायरब्रांड नेता उमा भारती ने भोपाल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बड़ा ऐलान किया कि वे झांसी से आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेंगी। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा “पहले ढाई साल तक मेरा विचार चुनाव लड़ने का नहीं था, लेकिन अब मैंने फैसला लिया है, मैं झांसी से ही चुनाव लड़ूंगी। झांसी मेरा दिल है।”
यह घोषणा भाजपा के चुनावी समीकरणों में नया मोड़ ला सकती है। झांसी सीट पर उमा भारती की वापसी से भाजपा को न केवल अनुभवी नेतृत्व मिलेगा, बल्कि हिंदुत्व, सामाजिक मुद्दों और विकास जैसे एजेंडों पर सशक्त प्रचारक भी मिलेगा।
प्रेस वार्ता में उमा भारती ने कहा कि, राजनेताओं को धार्मिक विषयों पर टिप्पणी से बचना चाहिए। मुख्यमंत्री मोहन यादव के कृष्ण भगवान को “गोपाल” कहने पर कहा कि यह कार्य संतों का है, नेताओं का नहीं।
प्रेस वार्ता में उमा भारती ने गौ-संवर्धन और गोशालाओं के मुद्दे पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा, “गौशालाओं से गाय की रक्षा नहीं होगी, किसान ही असली रक्षक हैं। बीमार और बेसहारा गायों को ही गौशालाओं में रखा जाए। उन्होंने यह भी कहा कि, किसानों को ज़मीन के साथ ₹10,000 की मासिक आर्थिक सहायता दी जानी चाहिए।” उन्होंने बताया कि इस मुद्दे पर उन्होंने शिवराज सिंह चौहान और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से भी चर्चा की है।
Uma Bharti Press Conference: उमा भारती ने कहा कि गंगा की शुद्धता और गौ संवर्धन को एक साथ जोड़ा जा सकता है। उन्होंने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की वकालत की जिससे रसायनिक उर्वरक गंगा में न जाएं।
लाडली बहना योजना को और मजबूत करने के लिए उमा भारती ने कहा कि, “लाडली बहनों को 2-2 गायें दी जाएं। इससे उनकी आमदनी बढ़ेगी। उन्होंने इस संबंध में मंत्री लखन पटेल से बातचीत भी की है। साथ ही, सभी सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को भी गाय देने की बात कही।”
उमा भारती ने अमेरिका और इंग्लैंड की तर्ज पर सड़क किनारे फेंसिंग (बाड़बंदी) की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि “गायें और जानवर सड़क पर न आएं, इसके लिए फोरलेन सड़कों के किनारे फेंसिंग जरूरी है। मैं एक बार फिर नितिन गडकरी जी से बात करूंगी।”
उमा भारती ने अपने दो साल के कार्यकाल की उपलब्धियों पर बात करते हुए कहा कि, पीएम नरेंद्र मोदी ने उनके प्रयासों की सराहना की। गंगा सफाई के लिए 20,000 करोड़ रुपये की फंडिंग दी गई। गंगा की सफाई प्रधानमंत्री मोदी ही कर सकते हैं।
Uma Bharti Press Conference: उन्होंने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ का समर्थन करते हुए कहा कि, “एक साथ चुनाव से गंगा जैसे राष्ट्रीय कार्यक्रम अटकते नहीं हैं।”