भोपाल: मध्यप्रदेश की राजनीति का एक नाम दिग्विजय सिंह जिनके बयान हमेशा से सुर्खियों में रहे है और एक बार फिर उनका एक बयान जिस पर मध्यप्रदेश की राजनीति गर्माई हुई है। अपने निशाने पर संघ और बीजेपी को टारगेट करने वाले दिग्गी ने अबकी बार निशाना साधा है। RSS और बीजेपी के अनुषांगिक संगठनों पर हमेशा से अपने बयानों के तीर चलाने वाले दिग्गविजय सिंह ने एक बार फिर एक ऐसा बयान दे डाला, जिसके कारण पूरी बीजेपी तिलमिला गई है। हांलाकि बयान सरस्वति शिशुमंदिर से संबंधित था। इस विवादित बयान पर प्रदेश अध्यक्ष से लेकर भोपाल सांसद और केबिनेट मंत्रियों ने भी अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है।
संघ समर्थकों का मानना है कि सरस्वती शिशु मंदिर संघ के संगठन के अंतर्गत विद्याभारती द्वारा संचालित एक ऐसी संस्था है जहां स्कूली शिक्षा के साथ साथ बच्चों में देश,धर्म, और हिंदू संस्कृति के साथ साथ देश के लिए बलिदान देने वाले क्रांतिकारियों के विचारों से भी परिचित कराया जाता है। स्कूल में आधुनिक शिक्षा के साथ वैदिक परंपराओं का भी समावेश है। लेकिन दिग्विजय सिंह के इस बयान के बाद एक बार फिर संघ और बीजेपी के नेताओ के निशाने पर है।
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जाहिर है दिग्विजय सिंह के इस बयान पर सियासत होनी थी। बीजेपी कहां चुप बैठने वाली थी, संघ से लेकर बीजेपी के नेताओ ने दिगिवजय सिंह के इस बयान पर हमलवार होते हुए मोर्चा खोल दिया है। तो वहीं बीजेपी के तमाम नेता दिगिवजय सिंह को संघ के पाठ और सरस्वती शिशु मंदिर के संस्कार बताने में जुट गए इधर विधयाक रामेश्वर शर्मा ने तो दिगिवजय सिंह के बहाने मदरसों पर भी निशाना साधा।
अपने बेबाक बयानों के लिए मशहूर दिग्विजय सिंह की बेबाकी हमेशा कांग्रेस के लिए मुसीबत खड़ी करती आई है। दिग्विजय सिंह अकसर आरएसएस को निशाने पर लेते रहे हैं। अब सवाल ये है कि राजनीति में अकसर विवादित मुद्दों पर बयानबजी और वार पलटवार होते रहते है लेकिन इस बार मुद्दा स्कूल से जुड़ा होने के कारण शिशु मंदिर के छात्रों ने भी मोर्चा खोल दिया है।
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