The end of the Red Terror is set! Who is responsible for the spread of Naxalism?

लाल आतंक के खात्मे की मियाद तय! नक्सलवाद के प्रसार के लिए जिम्मेदार कौन है?

The end of the Red Terror is set! Who is responsible for the spread of Naxalism?

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:21 PM IST, Published Date : September 27, 2021/10:01 pm IST

रायपुरः देश के गृहमंत्री अमित शाह ने नक्सलप्रभावित राज्यों के मुख्यंत्रियों और अफसरों के साथ एक मीटिंग कर नक्सल प्रभावित इलाकों में चल रहे ऑपेशन्स और विकास कार्यों की समीक्षा की और आगे की प्लानिंग करते हुए कहा कि बीते एक साल में देशभर में नक्सल वारदातों में कमी आई है। साथ ही ये भी कहा कि अगर मिलकर रणनीति पर काम किया जाए तक अगले एक साल में नक्सवाद का खात्मा हो सकता है। एक तरफ केंद्र और राज्य मिलकर साझा रणनीति प्लान कर रहे हैं तो दूसरी तरफ प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच इस बात को लेकर फिर बहस छिड़ गई है कि नक्सलवाद के प्रसार के लिए जिम्मेदार कौन है?

read more : सभी स्कूल-कॉलेज, शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का आदेश, जानिए इस राज्य की सरकार ने क्यों लिया ऐसा फैसला

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और अफसरों की बैठक में देशभर में नक्सली घटनाओं में कमी आने की बात कही। शाह ने कहा कि अगर केंद्र और राज्य सरकारें पूरी ताकत से संयुक्त प्रयास करें तो 1 साल में नक्सलवाद खत्म किया जा सकता है। इस बैठक में जहां केंद्रीय गृहमंत्री ने नक्सवाद के खात्में पर बात की।

read more : राजस्व में कमी को भरने 5 लाख करोड़ का कर्ज लेगी मोदी सरकार, वित्त मंत्रालय ने दी जानकारी 

वहीं प्रदेश में पक्ष-विपक्ष में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के मुताबिक प्रदेश सरकार नक्सलवाद के खात्में पर गंभीर नहीं है। ऐसा एक भी सप्ताह नहीं है जब नक्सली वारदात ना होती हो। केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा बुलाई इस अहम मीटिंग में प्रदेश के मुख्यमंत्री का शामिल ना होना इसी बात को दर्शाता है। वहीं पूर्व मंत्री और वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ना नक्सलवाद को लेकर संजीदा है ना ही प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर।

read more : संजू सैमसन ने खेली कप्तानी पारी, राजस्थान रॉयल्स ने सनराइजर्स हैदराबाद को दिया 165 रन का लक्ष्य 

इधर,कांग्रेस के मुताबिक प्रदेश में नक्सलवाद के लिए अगर कोई दोषी है तो वो है भाजपा की 15 साल की सरकार कांग्रेस नेताओं के मुताबिक रमन सिंह के कार्यकाल में नक्सलियों ने पूरे प्रदेश में पैर जमाए लेकिन कांग्रेस की सरकार बनने के बाद नक्सली घटनाओं में कमी आई है। वो अब 3 जिलों में सिमट कर रह गए हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीटिंग के बाद भाजपा नेताओं की टिप्पणी पर कहा कि हर बात को सियासी चश्में से नहीं देखना चाहिए।

read more : ‘अजब प्रेम की गजब कहानी’ एक ही युवक से दिल लगा बैठी तीन सगी बहनें, चारो हुए फरार

वैसे, नक्सलवाद पर भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोपों की ये खींचतान नई नहीं है। पर यहां सबसे अहम सवाल ये है कि क्या छ्त्तीसगढ़ में 1 साल के अंदर नक्सलवाद खत्म किया जा सकता है। इसे लेकर क्या वाकई केंद्र और राज्य ने मिलकर ठोस रणनीति बना ली है क्योंकि सच ये भी है कि तमाम दावों और प्रयासों के बाद भी नक्सली वारदातें कर अपनी मौजूदगी जताते रहे हैं।

 

देखें वीडियो

 

 
Flowers