Dhirendra Shastri: भूतों पर Ph.D करना चाहते हैं बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री, जानिए दुनिया में कौन सी यूनिवर्सिटी में चलता है ऐसा कोर्स

Dhirendra Shastri: भूतों पर Ph.D करना चाहते हैं बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री, जानिए दुनिया में कौन सी यूनिवर्सिटी में चलता है ऐसा कोर्स

Dhirendra Shastri: भूतों पर Ph.D करना चाहते हैं बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री, जानिए दुनिया में कौन सी यूनिवर्सिटी में चलता है ऐसा कोर्स

Dhirendra Shastri on I Love Muhammad: 'आई लव मोहम्मद बुरा नहीं, लेकिन...' रायपुर पहुंचते ही ये क्या बोल गए पंडित धीरेंद्र शास्त्री / Image: File

Modified Date: September 25, 2025 / 01:26 pm IST
Published Date: September 25, 2025 1:25 pm IST
HIGHLIGHTS
  • बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री का हैरतअंगेज़ एलान
  • बागेश्वर बाबा की दिलचस्प इच्छा
  • भूत विद्या’ में रिसर्च करना चाहते हैं बागेश्वर बाबा

छतरपुर: Chhatarpur News: छतरपुर ज़िले के छोटे से गाँव ग्राम गढ़ा के रहने वाले पंडित धीरेंद्र शास्त्री जिन्हें बागेश्वर धाम सरकार के नाम से जाना जाता है इन दिनों देश ही नहीं पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हो चुके हैं। मशहूर कथावाचक और बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने हाल ही में एक दिलचस्प इच्छा जताई है। उन्होंने कहा है कि वे भूत-प्रेत और अलौकिक घटनाओं पर Ph.D. करना चाहते हैं। उन्होंने यह बात दो बार राष्ट्रीय न्यूज़ चैनलों पर सार्वजनिक रूप से कही है। Dhirendra Shastri

Dhirendra Shastri: अब सवाल उठता है कि भूतों पर Ph.D. कौन करता है। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बहुत लोगों ने की है हालांकि भारत में अभी तक भूत-प्रेत या अलौकिक शक्तियों पर पीएचडी करने का कोई मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय नहीं है लेकिन दुनिया में कुछ विश्वविद्यालय ऐसे हैं जो पैरानॉर्मल स्टडी, परासाइकोलॉजी और अलौकिक घटनाओं पर शोध को मान्यता देते हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार इस तरह के कोर्स में छात्र अलौकिक घटनाओं का अध्ययन करते हैं रहस्यमय अनुभव करते हैं और सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य में इन घटनाओं के महत्व को समझते हैं।

इस क्षेत्र में सबसे प्रसिद्ध उदाहरण है एडिनबरा विश्वविद्यालय का कोस्टलर परासाइकोलॉजी यूनिट। यह यूनिट परासाइकोलॉजी के कई पहलुओं पर शोध करता है। इसमें छात्र ऐतिहासिक संदर्भ, शरीर से बाहर के अनुभव, भूत-प्रेत या अलौकिक घटनाओं के अनुभव, सपनों का अध्ययन, मानसिक या सायको क्षमता और कई अन्य विषयों का अध्ययन कर सकते हैं। छात्र इन विषयों पर विभिन्न स्तरों के कोर्स भी कर सकते हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, एडिनबरा विश्वविद्यालय पिछले 50 सालों से इस कोर्स को ऑफर कर रहा है। इसके अलावा, दुनिया के कई अन्य विश्वविद्यालय भी इस तरह के कोर्स उपलब्ध कराते हैं।

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Dhirendra Shastri: कल्चरल एंथ्रोपोलॉजी यानी सांस्कृतिक मानवशास्त्र वह विषय है जिसमें मानव समाज, उसकी परंपराएं, रीति-रिवाज, धर्म और सामाजिक व्यवहार का अध्ययन किया जाता है. इस कोर्स में छात्र सीखते हैं। कि अलग-अलग समाज अपने रीति-रिवाज, धर्म, भाषा और कला के माध्यम से जीवन कैसे जीते हैं। दुनिया भर की कई बड़ी यूनिवर्सिटी कल्चरल एंथ्रोपोलॉजी के कोर्स करवाती हैं। इनमें हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी जैसे प्रतिष्ठित नाम शामिल हैं। इस कोर्स में छात्र सामाजिक संरचना, भाषा, संस्कृति और धर्म के प्रभाव को समझते हैं और शोध के जरिए इन विषयों में गहराई से अध्ययन कर सकते हैं।

 


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

टिकेश वर्मा- जमीनी पत्रकारिता का भरोसेमंद चेहरा... टिकेश वर्मा यानी अनुभवी और समर्पित पत्रकार.. जिनके पास मीडिया इंडस्ट्री में 12 वर्षों से अधिक का व्यापक अनुभव हैं। राजनीति, जनसरोकार और आम लोगों से जुड़े मुद्दों पर बेबाकी से सरकार से सवाल पूछता हूं। पेशेवर पत्रकारिता के अलावा फिल्में देखना, क्रिकेट खेलना और किताबें पढ़ना मुझे बेहद पसंद है। सादा जीवन, उच्च विचार के मानकों पर खरा उतरते हुए अब आपकी बात प्राथिकता के साथ रखेंगे.. क्योंकि सवाल आपका है।