Reported By: Ajay Dwivedi
,Chhindwara News/Image Source: IBC24
छिंदवाड़ा: Chhindwara News: लगता है यहां भूतों का मेला है। सैकड़ों वर्षों से परंपराओं का निर्वहन हो रहा है और आदिवासी अंचलों से बड़ी संख्या में लोग इसमें शामिल होते हैं। तालखमरा का यह मेला कार्तिक पूर्णिमा के बाद प्रारंभ होता है और 15 दिनों तक चलता है।
जुन्नारदेव विकासखंड के तालखमरा में अगहन माह में प्रेत बाधा और भूत उतारने की परंपरा है। पीड़ित परिवार सबसे पहले प्रेत बाधा से ग्रस्त व्यक्ति को तालाब में स्नान करवाता है और उसके बाद उसे रैय्यत बाबा के पास लगे पेड़ से बांधा जाता है। पडिहार रैय्यत बाबा के पास भूतों को मुक्त करता है। फिर परिवार मालन माई मंदिर में जाकर माता का पूजन-अर्चन करता है।
Chhindwara News: यह मेला लगभग सैकड़ों वर्षों से चलता आ रहा है और राज्य के हर कोने से लोग यहां आते हैं। मंदिर समिति मेले का आयोजन करती है और प्रशासन इसे लेकर पूरी तैयारी करता है। पुलिस अधिकारी लगातार मेला व्यवस्था पर नजर रखते हैं। 15 दिनों तक चलने वाले इस मेले में भूत-प्रेत जैसी बाधाओं से मुक्ति दिलाई जाती है।