Damoh News: गांव में खुदाई से निकला वैभवशाली इतिहास! 10वीं शताब्दी की शिव मंदिर के प्रतिमाएं मिलीं, देखिए खुदाई से निकलीं अद्भुत मूर्तियां

Damoh News: गांव में खुदाई से निकला वैभवशाली इतिहास! 10वीं शताब्दी की शिव मंदिर के प्रतिमाएं मिलीं, देखिए खुदाई से निकलीं अद्भुत मूर्तियां

Damoh News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • दमोह में खुदाई से निकला इतिहास,
  • हजारों साल पुरानी मूर्तियां मिलीं,
  • कल्चुरी काल की धरोहर उजागर,

दमोह: Damoh News: दमोह जिले की जबेरा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम दोनी में खुदाई के दौरान प्राचीन मूर्तियों का अनोखा ख़ज़ाना मिला है। यहाँ चल रहे पुरातत्त्व विभाग के उत्खनन कार्य के दौरान हज़ारों वर्ष पुरानी प्रतिमाएँ प्रकाश में आई हैं।

संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग के मंत्री तथा जबेरा विधायक धर्मेन्द्र सिंह लोधी के निर्देश पर संचालनालय पुरातत्त्व, अभिलेखागार एवं संग्रहालय, भोपाल के अंतर्गत यह कार्य किया जा रहा है। आयुक्त श्रीमती उर्मिला शुक्ला के निर्देशन में ग्राम दोनी के मढ़ा क्रमांक 1 पर पुरातात्त्विक विधि से मलबा सफाई का कार्य पी. सी. महोबिया, उपसंचालक, ग्वालियर द्वारा संपादित किया जा रहा है।

Damoh News: साइट इंचार्ज सपन साहू ने बताया कि खुदाई के दौरान कल्चुरी कालीन स्थापत्य कला से संबंधित विशिष्ट पुरावशेष प्राप्त हुए हैं। इनमें ब्रह्मा, विष्णु, शिव, उमा-महेश्वर, पार्वती, अर्धनारीश्वर, वायुदेव, गज अप्सरा एवं नायिका जैसी उत्कृष्ट प्रतिमाएँ शामिल हैं। प्राप्त सभी पुरावशेष लगभग 10वीं से 11वीं शताब्दी के माने जा रहे हैं और अनुमान है कि ये एक

प्राचीन शिव मंदिर से संबंधित हैं।

 

यह भी पढ़ें

"दमोह दोनी खुदाई" में कौन-कौन सी मूर्तियाँ मिली हैं?

खुदाई में ब्रह्मा, विष्णु, शिव, उमा-महेश्वर, पार्वती, अर्धनारीश्वर, वायुदेव, गज अप्सरा, और नायिका की मूर्तियाँ मिली हैं।

"दमोह खुदाई" में मिली मूर्तियाँ किस काल की हैं?

ये सभी मूर्तियाँ लगभग 10वीं–11वीं शताब्दी, यानी कल्चुरी काल की मानी जा रही हैं।

"ग्राम दोनी खुदाई" किस संस्था द्वारा कराई जा रही है?

इस खुदाई को संचालनालय पुरातत्त्व, अभिलेखागार एवं संग्रहालय, भोपाल द्वारा कराया जा रहा है।

क्या "दमोह खुदाई" में मिला स्थल कोई मंदिर रहा होगा?

हाँ, प्रारंभिक अनुमानों के अनुसार, ये मूर्तियाँ किसी प्राचीन शिव मंदिर का हिस्सा रही होंगी।

"दमोह दोनी मूर्तियाँ" आम जनता के लिए प्रदर्शित की जाएंगी क्या?

फिलहाल मूर्तियाँ पुरातत्व विभाग की सुरक्षा में हैं। भविष्य में संग्रहालय या स्थानीय प्रदर्शनी के माध्यम से इन्हें आम जनता के लिए प्रस्तुत किया जा सकता है।