Cheetah Neurological Disorder
देवास : अमूमन जिस चीते को देखकर ही गांव वालो की हवाईयां उड़ी रहती है। जिस चीते का नाम सुनकर ही लोग घरों से बाहर नहीं निकलते थे तो वही अब गांव के लड़के उस चीते को पकड़कर ऐसे टहल रहे मानों वह चीता नहीं कोई गाय या बकरी हो। (Cheetah Neurological Disorder) लेकिन क्या ये संभव है कि चीता अपने आसपास इतने लोगों को देखे और कोई रिएक्शन ना करे? बिलकुल संभव है।
दरअसल जानवरों से जुड़े एक विकार की वजह से ऐसा संभव हुआ है। दरअसल देवास के जिस जगह पर लोग चीते रहे थे वह चीता एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर से जूझ रहा है। वन विभाग के चिकित्सा टीम की माने तो चीता अपनी पहचान भूल चुका है और वह खुद को बछड़े की तरह कोई जीव समझ रहा है।
Ram kapoor gautami gadgil marriage: इस करोड़पति एक्टर ने की अपनी भाभी से शादी, तो मचा था बवाल, जानें
इस बारे में वन विभाग के डॉक्टर ने भी चौंकाने वाला खुलासा किया है। डॉक्टर उत्तम यादव (कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय इंचार्ज) ने बताया, “हमारे पास ये कल सुबह 10 बजे ला गया और हमने 11 बजे इसका ट्रीटमेंट शुरू किया। प्राइमरी सिम्टम्स जो नोटिस में आया है वह न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है। इसके बहुत से कारण हो सकते हैं, ये या रेबीज का डंप फॉर्म या कैनन डिस्टेंपर वायरस भी हो सकता है। कल वीडियो में देखा गया कि यह तेंदुआ ना गुरुराया और ना किसी पर अटैक किया, गांव वाले इस तेंदुए को गाय के बछड़े की तरह ट्रीट कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि इस तरह के केस न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर में आते हैं जिसमें जानवर अपनी पहचान भूल जाता है। इसकी आंखों में पार्शियल ब्लाइंडनेस भी नजर आ रही है। हमने इसके तापमान को मैनेज किया। लेकिन हालात उसकी क्रिटिकल है। आज जबलपुर की वाइल्डलाइफ फॉरेंसिक लैब इसके सैंपल लेने आ रही है उसकी रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।”
#WATCH इंदौर (मध्य प्रदेश): बीमार तेंदुए को इलाज के लिए देवास जिले से इंदौर चिड़ियाघर लाया गया। (31.08)
डॉक्टर उत्तम यादव (कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय इंचार्ज) ने बताया, "हमारे पास ये कल सुबह 10 बजे ला गया और हमने 11 बजे इसका ट्रीटमेंट शुरू किया। प्राइमरी सिम्टम्स जो नोटिस में… pic.twitter.com/tIqaVE00EO
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 1, 2023
IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें