भोपाल: Dhirendra Shastri Divya Darbar छतरपुर वाले बागेश्वर सरकार को पहले चमत्कार की चुनौती दी गई, फिर दोनों पक्षों से दावे किए गए और अब सियासी तकरार होने लगी है। इसलिए आज हम लेकर आए हैं- आरोप, दावा, तकरार.. सजा बागेश्वर का दरबार.. सवाल है कि लोगों की दरबार पर आस्था अखंड है तो फिर कथा में कैसा पाखंड है?
Dhirendra Shastri Divya Darbar सज गया है बागेश्वर सरकार का दिव्य दरबार.. लगने लगी है भक्तों की अर्जियां… न कोई टोकन और न कोई नंबर। ये नजारा रायपुर के गढ़ियारी के दही हांडी मैदान में देखने को मिला, जहां छतरपुर वाले बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री नागपुर की अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति की चुनौती का जवाब देने बैठे हैं।
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दरअसल, अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के प्रोफेसर श्याम मानव ने बागेश्वर सरकार पर पाखंड का आरोप लगाया था और उन्हें चमत्कार की चुनौती दी थी। हालांकि बागेश्वर सरकार नागपुर में कथा पूरी कर रायपुर आ गए और यहां उन्होंने खुले दरबार में चुनौती स्वीकार कर ली। इसके बाद आस्था और अंधविश्वास के इस मामले में सियासी तड़का लगा। मध्यप्रदेश के नेता प्रतिपक्ष ने पूछा कि आरोप लगने के बाद वे बिस्तर बांध क्यों भागे? अगर सच्चाई है तो जवाब दें। इस सवाल का जवाब दिया बीजेपी ने और कहा कि बागेश्वर सरकार के खिलाफ साजिश हो रही है।
बागेश्वर सरकार के दरबार में अनगिनत लोग जुटते हैं और बालाजी पर लाखों लोगों की अखंड श्रद्धा है। ऐसे में पाखंड के आरोपों को हजम कर पाना आसान नहीं है। फिलहाल एक तरफ आस्था और अंधविश्वास को तोला जा रहा है तो दूसरी ओर साइंस और शास्त्र को लेकर बहस छिड़ी हुई है, लेकिन इस पर सियासत क्यों शुरू हुई, ये तो सियासतदां ही जानें।