कहां से आए अछूत? ‘मुसलमानों ने फैलाई छुआछूत’? क्या वैदिक काल में जाति व्यवस्था नहीं थी?

कहां से आए अछूत? 'मुसलमानों ने फैलाई छुआछूत'? क्या वैदिक काल में जाति व्यवस्था नहीं थी? Did Muslims spread untouchability

कहां से आए अछूत? ‘मुसलमानों ने फैलाई छुआछूत’? क्या वैदिक काल में जाति व्यवस्था नहीं थी?
Modified Date: January 19, 2023 / 09:42 pm IST
Published Date: January 19, 2023 9:42 pm IST

भोपाल/शिखिल ब्यौहार। पहले संघ प्रमुख ने कहा कि मुस्लिमों को श्रेष्ठता बोध का नैरेटिव छोड़ देना चाहिए उसके बाद अब विश्व हिंदू परिषद ने छूआछूत के लिए मुगल आक्रांताओं को जिम्मेदार ठहराया है। वीएचपी ने साफ कहा कि वैदिक काल में शुद्र और अछूत जैसी कोई बात थी ही नहीं ये भाव मुस्लिम आक्रांताओं के बाद भारत आई।

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विनायक राव देशपांडे, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री, विहिप (47.18 से 49.14 के बीच है। देश में छुआछूत की बीमारी इस्लाम के आक्रमण के बाद आई, पहले नहीं थी। अत्याचार करना ही इस्लाम का धंधा था। सारी कुप्रथा इस्लाम के आक्रमण के बाद आई)

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RSS के अनुषांगिक संगठन विश्व हिंदू परिषद ने देश में छुआछूत की कुरीति के लिए सीधे तौर पर मुसलमानों को जिम्मेदार ठहराया है। भोपाल में समरसता गोष्ठी के दौरान विहिप के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री विनायक राव देशपांडे ने ये भी कहा कि वैदिक काल में शुद्र नहीं थे, लेकिन मुगलों के आने के बाद हिंदुत्व को बचाने के लिए रणबाकुरों ने इस्लाम के बजाए मैला ढोना कुबूल किया। उनके इस बयान पर सियासत में उबाल आना लाजमी है। बीजेपी ने इस बयान का समर्थन किया और कांग्रेस ने सवाल उठाए।

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कुछ दिनों पहले संघ प्रमुख ने मुसलमानों को साथ लेकर चलने का बयान दिया था। इसके बाद बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पीएम मोदी ने भी अल्पसंख्यकों को जोड़ने की बात कही। लेकिन अब विश्व हिंदू परिषद ने छुआछूत को मुसलमानों से जोड़कर नई बहस छेड़ दी है।

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