Gwalior News: सावधान! मच्छर से फैलने वाली जापानी इंसेफेलाइटिस ने दी दस्तक, 32 साल की महिला इस खतरनाक वायरस की चपेट में, स्वास्थ्य विभाग ने किया अलर्ट

Gwalior News: सावधान! मच्छर से फैलने वाली जापानी इंसेफेलाइटिस ने दी दस्तक, 32 साल की महिला इस खतरनाक वायरस की चपेट में, स्वास्थ्य विभाग ने किया अलर्ट

  • Reported By: Nasir Gouri

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  • Publish Date - September 17, 2025 / 03:37 PM IST,
    Updated On - September 17, 2025 / 03:38 PM IST

Gwalior News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • डेंगू के बाद ग्वालियर में जेईवी की पुष्टि,
  • महिला में जापानी इंसेफेलाइटिस का संक्रमण,
  • करियावटी गांव में अलर्ट जारी,

ग्वालियर: Gwalior News:  ग्वालियर शहर में डेंगू के बाद अब जापानी इंसेफेलाइटिस बीमारी का खतरा भी मंडराने लगा है। डबरा ब्लॉक के करियावटी गांव की 32 वर्षीय महिला में जापानी इंसेफेलाइटिस वायरस (जेईवी) की पुष्टि हुई है। महिला को जेईवी की पुष्टि के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम करियावटी गांव पहुंची और वहां लोगों का चेकअप किया।

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Gwalior News: दरअसल करियावटी में रहने वाली सीमा नामक महिला तेज बुखार, सिर दर्द और उल्टी की शिकायत पर 2 सितंबर को न्यू जेएएच अस्पताल में भर्ती हुई थी। 9 सितंबर को जांच में उसे डेंगू होने की पुष्टि हुई थी। महिला के लक्षणों को देखकर डॉक्टरों ने उसका सैंपल जीआरएमसी के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में जापानी इंसेफेलाइटिस वायरस की जांच के लिए भेजा था। 11 सितंबर को महिला को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। बाद में रिपोर्ट आई जिसमें जापानी इंसेफेलाइटिस वायरस की पुष्टि हुई।

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Gwalior News:  इसके पहले 23 जनवरी को सागरताल की 15 वर्षीय युवती में भी जेई की पुष्टि हो चुकी है। जापानी इंसेफेलाइटिस मुख्य रूप से मच्छरों के काटने से फैलती है। ये मच्छर सूअरों, जंगली पक्षियों और घोड़ों जैसे जानवरों को खाकर संक्रमित होते हैं और फिर मनुष्यों में वायरस फैलाते हैं।

जापानी इंसेफेलाइटिस वायरस क्या है?

A1: जापानी इंसेफेलाइटिस वायरस (JEV) एक मच्छर जनित संक्रमण है जो मच्छरों के काटने से फैलता है और मस्तिष्क में सूजन कर सकता है।

जापानी इंसेफेलाइटिस कैसे फैलता है?

A2: यह वायरस मुख्य रूप से संक्रमित मच्छरों के काटने से फैलता है, जो सूअरों, जंगली पक्षियों और अन्य जानवरों से वायरस लेकर मनुष्यों में फैलाते हैं।

ग्वालियर में जापानी इंसेफेलाइटिस के लक्षण क्या हैं?

A3: तेज बुखार, सिर दर्द, उल्टी, कमजोरी और कभी-कभी मानसिक भ्रम जैसे लक्षण हो सकते हैं।

जापानी इंसेफेलाइटिस से बचाव के लिए क्या उपाय हैं?

A4: मच्छरों से बचाव, साफ-सफाई, मच्छरदानी का इस्तेमाल, और आवश्यकतानुसार टीकाकरण जरूरी है।

क्या जापानी इंसेफेलाइटिस का इलाज संभव है?

A5: इसका कोई विशेष इलाज नहीं है, लेकिन प्रारंभिक चिकित्सा और देखभाल से रोगियों को ठीक किया जा सकता है।