Notice issued to Gwalior SP on the case of missing girls and womens
ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभाग में बेटियों और महिलाओं के गायब होने के मामले में हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच ने एसपी ग्वालियर को नोटिस दिया है। साथ ही दो हफ्तों में जवाब मांगा है। दरअसल, एक आरटीआई में खुलासा हुआ था। ग्वालियर में पिछले 5 साल में जिले से 3680 महिलाएं, 656 लडक़े और 1114 लड़कियां लापता हो चुकी हैं। लापता होने वालों में कमजोर परिवारों की महिलाएं और लड़कियां ज्यादा है।
गुम हुए लोगों के परिजनों की पीडा है कि पुलिस ने गुमइंसान तो दर्ज कर लिया। लेकिन, सालों बाद लापता बहू, बेटी का पता नहीं है। खासबात है लॉकडाउन में भी सिलसिला नहीं थमा। कोरोना की वजह से लोगों की घर से बाहर निकलने पर पाबंदी के बावजूद 1048 महिलाएं, लड़कियां और बालक घरों से गायब हो गए। घरों से गायब होने वालों की गिनती में साल दर साल बढ़ रही है।
पुलिस रेकार्ड में 732 महिलाएं, 31 लडक़े और 35 लड़कियां हैं। जिनकी पिछले 5 साल से तलाश है। यह कहां गई। इन्हें कौन ले गया। इनमें कितने जिंदा हैं। उनके बारे में कुछ पता नहीं है। लंबे अर्से से लापता होने की वजह से उनके साथ अपराध की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा रहा है। पुलिस भी मानती है, महिलाओं और लड़कियों की गिनती ज्यादा होना चिंता का सबब है। क्योंकि जिले में मानव तस्करी करने वालों के गिरोह भी पकड़े गए हैं।