Vyapam Scam: पीएमटी फर्जीवाड़ा केस में बड़ा एक्शन, FIR के 10 साल बाद 122 आरोपियों पर चार्ज, जल्द होगी सुनवाई

Vyapam Scam: पीएमटी फर्जीवाड़ा केस में बड़ा एक्शन, FIR के 10 साल बाद 122 आरोपियों पर चार्ज, जल्द होगी सुनवाई

  • Reported By: Nasir Gouri

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  • Publish Date - August 28, 2025 / 12:33 PM IST,
    Updated On - August 28, 2025 / 12:33 PM IST

Vyapam Scam/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • ग्वालियर पीएमटी फर्जीवाड़ा केस
  • 10 साल बाद 122 आरोपियों पर चार्ज,
  • मामले में जल्द होगी सुनवाई,

ग्वालियर: Gwalior News: फर्जी तरीके से पीएमटी पास करने के मामले में एफआईआर होने के लगभग 10 साल बाद आरोप तय होंगे। 2015 में सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। जिसके बाद एसआईटी से केस सीबीआई को ट्रांसफर हो गया था। Vyapam Scam

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Vyapam Scam: जुलाई 2015 में सीबीआई ने केस दर्ज किया था और 5 दिसंबर 2020 को कोर्ट में चालान पेश किया। 3 जुलाई 2025 को सीबीआई के मजिस्ट्रेट कोर्ट से केस कमिट हुआ और 26 जुलाई को प्रधान जिला न्यायाधीश के आदेश से केस विशेष ट्रायल कोर्ट सीबीआई पहुंचा। अब बहुत जल्द केस की सुनवाई होगी, जहां कुल 122 आरोपियों पर चार्ज लगाए जाएंगे। इनमें 9 से ज्यादा डॉक्टरों के नाम भी शामिल हैं।

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Vyapam Scam: चर्चित नामों में कांग्रेस विधायक फुंदेलाल सिंह के बेटे अमितेश कुमार, निगम के उपायुक्त डॉ. अतिबल सिंह यादव के बेटे अरुण यादव, लखनऊ की डॉ. स्वाति सिंह का नाम शामिल है। सबसे पहले 2013 में पुलिस थाना झांसी रोड में इस मामले में एफआईआर दर्ज हुई थी।

ग्वालियर फर्जी पीएमटी केस में कितने आरोपियों पर चार्ज लगाए जाएंगे?

इस केस में कुल 122 आरोपियों पर चार्ज लगाए जाएंगे।

क्या ग्वालियर फर्जी पीएमटी केस में कोई डॉक्टर शामिल है?

हाँ, इस मामले में 9 से ज्यादा डॉक्टरों के नाम भी शामिल हैं।

ग्वालियर फर्जी पीएमटी केस की जांच किसने की थी?

सीबीआई ने इस मामले की जांच की है, जो पहले एसआईटी के पास था।

इस मामले में प्रमुख आरोपियों में कौन-कौन शामिल हैं?

कांग्रेस विधायक फुंदेलाल सिंह के बेटे अमितेश कुमार, निगम के उपायुक्त डॉ. अतिबल सिंह यादव के बेटे अरुण यादव, और लखनऊ की डॉ. स्वाति सिंह प्रमुख आरोपियों में शामिल हैं।

इस फर्जी पीएमटी केस की शुरुआत कब हुई थी?

इस मामले में पहली एफआईआर 2013 में झांसी रोड थाना में दर्ज की गई थी।