Reported By: Anshul Mukati
,Indore News, image source: ibc24
इंदौर: Indore News, कांग्रेस की मुस्लिम महिला पार्षद ने अपनी ही पार्टी पर गंभीर सवाल उठाए हैं। पार्षद रुबीना इकबाल खान ने अपने ही नेताओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि पंडित धीरेन्द्र शास्त्री कह रहे हैं दुर्गा बनो काली बनो पर बुर्के वाली मत बनो। आप अपनी लड़कियों को यह सिखा दो कि वो दुर्गा और काली बन जाएं, लेकिन उसकी तुलना बुर्के वाली से क्यों की जा रही है ?ये गलत बात है, मुस्लिम लड़कियां कौनसा लव जिहाद कर रही हैं?
इसके साथ ही उन्होने कहा कि प्रज्ञा ठाकुर कह रही है की हरे रंग से आतंकवाद निकलता है, मेरा कांग्रेस पार्टी और जीतू पटवारी से सवाल है कि मुसलमान क्या सिर्फ कांग्रेस को वोट देने के लिए है? उनके लिए जब कोई गलत बोलता है तो ऐसी प्रेस वार्ता करना चाहिए। बुर्के वाली के हाथ में कौन सा बम और रिवाल्वर है ? पार्षद रुबीना इकबाल खान ने कहा कि प्रियंका गांधी और दिग्विजय सिंह को भी इस पर बोलना चाहिए।
Indore News, बता दें कि इंदौर नगर निगम में भाजपा बोर्ड के मौजूदा तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे और सभी कांग्रेस पार्षदों ने एक संयुक्त प्रेस वार्ता का आयोजन किया। उन्होंने महापौर पुष्यमित्र भार्गव द्वारा संचालित नवाचार अभियान पर तीखा हमला किया और निगम द्वारा जनता पर भारी बोझ लादने का आरोप लगाया।
प्रेस वार्ता में कांग्रेस पार्षदों ने बताया कि भाजपा बोर्ड के तीन वर्षों में नगर निगम ने दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों की तर्ज पर बड़े-बड़े नवाचार दिखाने का दावा तो किया, लेकिन उसके लिए करोड़ों रुपये का लोन लेकर इंदौर की जनता को वित्तीय बोझ में धकेला गया है। विपक्षी नेताओं का कहना था कि यह नवाचार अभियान भले ही बीजेपी कार्यकर्ताओं और नेताओं के प्रशंसकों को प्रभावित करे, लेकिन भारी कर्ज के कारण जनता को उच्च कर, सेवा शुल्क और नए कर की संभावनाओं का सामना करना पड़ सकता है।
चिंटू चौकसे ने विशेष रूप से आरोप लगाते हुए कहा कि निगम परिषद ने बिना पारदर्शिता और पर्याप्त जन‑परामर्श के ये योजनाएं शुरू कीं, जिससे वित्तीय संकट गहरा गया है। शहर की जनता पहले से ही इन नए करों से अनजान है और बाद में उन्हें आश्चर्य तब हुआ जब लाखों रुपए का भवन कर और जल कर थोप दिया गया और निगम के करोड़ों रुपए के लोन लेने की बात सामने आई। उन्होंने महापौर पुष्यमित्र भार्गव पर आरोप लगाया कि वे गवर्नेंस में नवाचार को जनहित की जगह प्रचार का माध्यम बना रहे हैं, जबकि परियोजनाओं के वित्तीय पहलुओं पर जनता बिल्कुल पीछे रह गई है।
वहीं दूसरी ओर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस के सभी पार्षद शहर के लिए बनाए जाने वाले विकास कार्यों में सहयोग करने की बजाय विरोध करना शुरू कर देते हैं। पार्षद चिंटू चौकसे और कांग्रेस के सभी पार्षद आठवीं बार स्वच्छता में नंबर वन आए इंदौर के किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए, बल्कि दूसरी ओर पार्षद चौक से ने निगम को मिले अवार्ड को ही फर्जी साबित करने की कोशिश की। यह कांग्रेस का चाल चरित्र दिखाता है।
read more: श्रीलंका में भ्रष्टाचार रोधी अभियान के तहत राजपक्षे परिवार के सदस्य को गिरफ्तार किया गया