Home » Madhya Pradesh » Indore Digital Address: Now QR code will be installed in every house.. Full information will be revealed as soon as it is scanned, Government is preparing to build DigiPIN city
Indore Digital Address: अब हर घर में लगेगा QR कोड.. स्कैन करते ही सामने आ जाएगी पूरी जानकारी, DigiPIN शहर बनाने की तैयारी में सरकार
अब हर घर में लगेगा QR कोड.. स्कैन करते ही सामने आ जाएगी पूरी जानकारी...Indore Digital Address: Now QR code will be installed in every house
Publish Date - June 27, 2025 / 01:49 PM IST,
Updated On - June 27, 2025 / 01:49 PM IST
Indore Digital Address | Image Source | IBC24
HIGHLIGHTS
इंदौर बना देश का पहला DigiPIN शहर,
अब हर घर की पहचान होगा डिजिटल पता,
मिलेगी 20+ सेवाएं एक स्कैन में,
इंदौर: Indore Digital Address: देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर अब देश का ऐसा शहर बनने जा रहा है जहाँ पर घरों के डिजिटल पते होंगे। 29 जून से इंदौर में इसकी शुरुआत एक वार्ड से पायलट प्रोजेक्ट के रूप में हो रही है। इस प्रक्रिया में घरों के बाहर एक क्यूआर कोड लगाया जाएगा जिसमें घर की लोकेशन, दिशा-निर्देश और अन्य जानकारी होगी।
Indore Digital Address: इंदौर देश का सबसे साफ़ शहर तो है ही, लेकिन अब इंदौर डिजिटल युग में भी अपने क़दम रखने जा रहा है। देश के सबसे स्वच्छ शहर ने अब डिजिटल गवर्नेंस की दिशा में बड़ा क़दम उठाया है।
इंदौर नगर निगम 29 जून से वार्ड 82 में डिजिटल पता प्रणाली का पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने जा रहा है। यह इंदौर को देश का पहला ऐसा नगर बना देगा, जिसने भारत सरकार के DigiPIN प्लेटफ़ॉर्म से ख़ुद को जोड़ा है।
Indore Digital Address: सबसे पहले जानते हैं कि डिजिटल पता होता क्या है। डिजिटल पता एक यूनिक क्यूआर कोड आधारित पता प्लेट, जो हर घर के बाहर लगेगी। जीपीएस से सटीक यह सिस्टम एम्बुलेंस, पुलिस और फ़ायर सर्विस को सही लोकेशन पर तत्काल पहुँचाने में मदद करेगा। प्रॉपर्टी टैक्स, कचरा शुल्क, जल कर जैसी 20 से अधिक सेवाएँ एक स्कैन पर उपलब्ध होंगी। इंदौर देश का पहला शहर होगा जो DigiPIN से जुड़ने वाला शहर बनेगा।
Indore Digital Address: इंदौर नगर निगम की “डिजिटल पता” नाम से शुरू की गई यह स्मार्ट सेवा, जिससे हर घर भारत सरकार के DigiPIN प्लेटफ़ॉर्म से जुड़ जाएगा। यह कोड सिर्फ़ लोकेशन नहीं बताएगा, बल्कि बिजली, पानी, टैक्स और शिकायत जैसी २० से ज़्यादा सेवाएँ भी एक क्लिक में उपलब्ध कराएगा। तो अब पहचान सिर्फ़ नाम से नहीं, डिजिटल पते से होगी। इंदौर की यह पहल बाकी शहरों के लिए भी एक आदर्श मॉडल बन सकती है।
"डिजिटल पता" क्या होता है और इसका क्या उद्देश्य है?
"डिजिटल पता" एक यूनिक QR कोड आधारित प्लेट होती है जो हर घर के बाहर लगाई जाएगी। इसका उद्देश्य है सटीक लोकेशन और 20+ शहरी सेवाओं की त्वरित पहुंच सुनिश्चित करना।
क्या "इंदौर पहला शहर" है जो DigiPIN प्लेटफॉर्म से जुड़ रहा है?
हाँ, इंदौर देश का पहला शहर है जो भारत सरकार के DigiPIN प्लेटफॉर्म से जुड़ रहा है और डिजिटल पता प्रणाली लागू कर रहा है।
"डिजिटल पता सिस्टम" से कौन-कौन सी सेवाएं मिलेंगी?
इस प्रणाली से एम्बुलेंस, पुलिस, फायर ब्रिगेड, प्रॉपर्टी टैक्स, कचरा शुल्क, जल कर, बिजली-पानी की जानकारी और शिकायत दर्ज करने जैसी 20+ सेवाएं एक क्लिक पर उपलब्ध होंगी।
क्या "डिजिटल पता" सभी नागरिकों के लिए अनिवार्य होगा?
फिलहाल यह वार्ड 82 में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू हो रहा है। सफल रहने पर इसे पूरे शहर में लागू किया जाएगा। तब यह सभी नागरिकों के लिए आवश्यक हो सकता है।
"DigiPIN प्लेटफ़ॉर्म" क्या है और इसमें इंदौर की क्या भूमिका है?
DigiPIN (Digital Personal Identification Number) भारत सरकार की पहल है, जिसके जरिए हर पते को एक यूनिक डिजिटल पहचान दी जाती है। इंदौर इस प्लेटफॉर्म से जुड़ने वाला देश का पहला शहर बनकर उदाहरण पेश कर रहा है।