viral conjunctivitis
इंदौर: viral conjunctivitis शहर के निजी व सरकारी अस्पतालों में इन दिनों कंजक्टिवाइटिस के मरीज बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। बारिश में जुकाम, उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या तो बढ़ती ही है, लेकिन अब आंखों में लालपन की समस्या बढ़ गई है। एमवायएच, सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल में रोज बड़ी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं। स्कूली बच्चों से लेकर बड़े तक इसकी चपेट में आ रहे हैं।
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viral conjunctivitis बता दें हर दिन आंखों के संक्रमण के औसत 25 मरीज पहुंच रहे हैं। अभी वायरल कंजक्टिवाइटिस देखने में आ रहा है। इसमें आंखें लाल होती हैं, पानी आता है। अंदर दाने बनने लगते हैं जो बाहर से देखने पर नजर नहीं आते हैं। लगातार बारिश के चलते इस तरह का संक्रमण ज्यादा होता है। जिला अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रदीप गोयल कहते हैं एक व्यक्ति संपर्क में आने वाले 10 में से 8 को संक्रमित कर देता है। पलकों के अंदर लालिमा और सूजन आ जाती है।
ओपीडी में इस लक्षण के साथ आने वाले मरीजों में बच्चों की संख्या ज्यादा है। वे स्कूल जाते हैं। ऐसे में विशेष सावधानी रखना जरूरी है। स्कूलों में आंखों के संक्रमण से जूझ रहे बच्चे से दूसरे बच्चों में इसका तेजी से प्रसार होने की आशंका रहती है। दरअसल कंजक्टिवाइटिस के मरीजों की संख्या अत्यधिक बढ़ गई है। घर में एक सदस्य को हुआ तो अन्य सदस्यों के संक्रमित होने के मामले आ रहे हैं। ओपीडी में आने वाले कुल मरीजों में से 30 से 40 प्रतिशत मरीज सिर्फ इसी संक्रमण के आ रहे हैं।
viral conjunctivitis लोगों में यह अफवाह है कि आंखों में देखने से यह बीमारी फैलती है, जबकि ऐसा नहीं है। लोगों को ये जानकारी होना जरूरी है कि यह आंखों में देखने से नहीं होता है, बल्कि मरीज को चश्मा उनकी सहूलियत के लिए दिया जाता है। आंखों में दर्द बना रहता है। रोशनी से परेशानी होती है। इसलिए उन्हें काला चश्मा पहनाया जाता है। एक-दूसरे की आंखों में देखने से संक्रमण नहीं फैलता है। इसके लिए जरूरी है कि हाइजीन का ख्याल रखें और अपनी इस्तेमाल चीजें दूसरों को इस्तेमाल नहीं करने दिया जाए।