Madhya Pradesh | Photo Credit: IBC24
भोपाल: Madhya Pradesh मध्यप्रदेश और कांग्रेस की सियासत में दिग्विजय सिंह केंद्र पर रहते हैं और अक्सर ऐसा होता है कि वो बयान तो कांग्रेस को मजबूत करने के लिए देते हैं। लेकिन वो अपनी बात कहते-कहते ऐसा कह जाते हैं कि पूरी पार्टी ही बैकफुट पर आ जाती है और बीजेपी इसे भुनाने में कोई चूक नहीं करती है। कुछ ऐसा ही बयान दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को नसीहत भरे अंदाज में दिया है कि जमीन पकड़ लीजिए अध्यक्ष जी ये बयान आया।
Madhya Pradesh मध्यप्रदेश में इन दिनों कांग्रेस अपने ही नेताओं के बयानों से घिरती नजर आ रही है। सूबे के पूर्व सीएम और कांग्रेस के कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह एक के बाद एक कांग्रेस को नसीहतें दे रहे हैं। वो कभी अपने पुराने गिले-शिकवों के खत्म होनेे का ऐलान करते हैं तो कभी अपनी ही पार्टी को ज्ञान देते हुए सियासी तूफान ला देते हैं। दरअसल, शनिवार को दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस की किसान न्य़ाय यात्रा के मंच से पीसीसी चीफ जीतू पटवारी को कुछ अलग ही अंदाज में समझाइश दी और कहा कि- अध्यक्ष जी थोड़ा जमीन पकड़कर चलिए। दिग्विजय की समझाइश का असर ऐसा हुआ कि PCC चीफ जीतू पटवारी भी असहज हो गए और सूबे में सियासी नूराकुश्ती शुरु हो गई।
दिग्विजय ने नसीहतों के तीर क्या छोड़े कि बीजेपी ने मौके पर चौका लगाने में देर नहीं की.।आरोपों की बौछार लगाते हुए कहा कि कांग्रेस अंतर्कलह से जूझ रही है और कहीं भी जमीन पर नहीं है तो वहीं दिग्विजय के बयान के चलते कांग्रेस बैकफुट पर नजर आई।
ऐसा पहली मर्तबा नहीं है जब दिग्विजय सिंह के बयानों के चलते कांग्रेस को बैकफुट पर आना पड़ा हो। अक्सर उनके बयानों के चलते कांग्रेस की फजीहत होती रही है। 2020 के सिंधिया चैप्टर के बाद कमलनाथ से हुई तकरार को खत्म करने के ऐलान के एक दिन भी नहीं हुए थे कि इसी बीच- दिग्विजय ने पटवारी को ज्ञान देकर नया सियासी बखेड़ा खड़ा कर दिया या तो क्या दिग्विजय सिंह अपने को सुप्रीम दिखाना चाहते हैं? और सवाल ये भी कि क्या कांग्रेस में ऑल इज वेल नहीं है? आखिर दिग्गी राजा का इरादा क्या है?