भोपालः शांति का टापू कहे जाने वाले मध्यप्रदेश में अब नफरत की आग भड़काने की कोशिश साफ दिख रही है। उज्जैन और बुरहानपुर के बाद राजधानी भोपाल में भी गणेश विसर्जन जुलूस पर पथराव हुआ। हालात बिगड़े तो गुस्से में हजारों हिंदू सड़क पर उतर आए चक्का जाम, नारेबाजी और हंगामे ने प्रशासन को हिला कर रख दिया। सरकार कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दे रही है, हिंदू संगठन चेतावनी पर उतर आए हैं।
पहले उज्जैन, फिर बुरहानपुर और अब राजधानी भोपाल में पत्थरबाजी, गणेश उत्सव के दौरान पत्थरबाजी का ये सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में गणेश प्रतिमा के विसर्जन चल समारोह के दौरान पथराव का है, जिसकी नाराजगी के चलते राजधानी में हजारों हिंदुओं ने घंटों चक्काजाम, नारेबाजी और प्रदर्शन कर पुलिस प्रशासन को खौफ में ला दिया।
कांग्रेस ने इसे सरकार और प्रशासन की नाकामी बताया है तो बीजेपी ने तल्ख लहजे में कहा कि ये बिरयानी खिलाने वालों की सरकार नहीं है.. सख्त इलाज होगा। भोपाल की घटना के बाद मुस्लिम समाज ने भी पथराव की निंदा करते हुए आरोपियों पर रासुका लगाने की मांग की है। गणेश उत्सव के दौरान हुए तीन बड़े पथराव ने मध्यप्रदेश के सांप्रदायिक सौहार्द और गंगा-जमुनी तहज़ीब पर सवालिया निशान लगा दिए हैं, क्या ये साजिशन माहौल बिगाड़ने की कोशिश है?