दमोह : Issue of conversion : जिले का बहुचर्चित और हाई प्रोफाइल धर्मांतरण मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। इस बार NCPCR ने मध्य प्रदेश सरकार के महिला एवं बालविकास विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर मामले मे जांच कर कार्यवाही करने को कहा है। बता दें कि 16 दिसंबर 2022 को NCPCR के द्वारा दमोह कलेक्टर को एक समन भेजा गया था, जिसमें कहा गया था कि 26 दिसंबर तक दमोह कलेक्टर धर्मांतरण मामले में की गई जांच और कार्यवाही के दस्तावेजों सहित व्यक्तिगत रूप से NCPCR के दिल्ली कार्यालय में उपस्थित हो।
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Issue of conversion : लेकिन दमोह कलेक्टर के द्वारा 26 दिसंबर 2022 को दमोह के डीपीओ प्रदीप राय को भेजा गया और मामले से संबंधित दस्तावेज एवं जांच की प्रति उपलब्ध कराई गई। इससे NCPCR ना खुश नजर आया और NCPCR ने मध्य प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर मामले में जांच कर कार्यवाही करने को कहा है। बता दें कि, NCPCR ने कहा है कि, दमोह के ईसाई मिशनरी द्वारा संचालित बालग्रह अवैध है और एक ही रजिस्ट्रेशन पर दो बालग्रह संचालित किए जा रहे हैं। इसकी जांच कर कार्यवाही की जाए।
Issue of conversion : गौरतलब है कि,13 नवंबर 2022 को NCPCR के राष्ट्रीय अध्यक्ष के द्वारा दमोह के ईसाई मिशनरी द्वारा संचालित कुछ बाल ग्रहों का निरीक्षण किया गया था, जिसमें धर्मांतरण जैसी गतिविधियों के सबूत NCPCR के हाथ लगे थे। इसके बाद NCPCR के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो के द्वारा दमोह के देहात थाना में अजय लाल समेत 10 लोगों के खिलाफ नामजद FIR कराई गई थी। इसके बाद से मामले में जांच को लेकर दमोह कलेक्टर और तत्कालीन एसपी की भूमिका NCPCR को संदेह के घेरे में लगी थी, जिसको लेकर लगातार NCPCR नोटिस जारी कर मामले को संज्ञान में लेता रहा है।