indigo flights cancelled
मुंबई/नयी दिल्ली: indigo flights cancelled घरेलू एयरलाइन इंडिगो ने अपने मौजूदा संकट के पांचवें दिन शनिवार को 800 से अधिक उड़ानें रद्द कर दीं। इस बीच सरकार ने हवाई किरायों पर सीमा लगाई है और एयरलाइन को रविवार शाम तक सभी रिफंड प्रक्रिया को पूरा करने का आदेश दिया है। नागर विमानन मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार शुक्रवार को छह महानगरों के हवाईअड्डों से इंडिगो की समय पर उड़ान संचालन दर घटकर 3.7 प्रतिशत रह गई।
indigo flights cancelled सरकार ने कहा है कि किसी भी तरह की अनियमितता पर एयरलाइन के खिलाफ नियामकीय कार्रवाई की जाएगी। इंडिगो की उड़ान रद्द होने से हजारों यात्रियों पर असर पड़ा है। इसके चलते मंत्रालय ने शनिवार को एयरलाइन को निर्देश दिया कि रद्द उड़ानों के टिकटों का रिफंड रविवार शाम तक करे और यात्रियों से अलग हुए सामान अगले दो दिनों के भीतर उनके पास पहुंचाए जाएं। एयरलाइन ने शुक्रवार को 1,000 से अधिक उड़ानें रद्द की थीं।
इंडिगो ने कहा कि उसकी टीम समय-निर्धारण को स्थिर करने, देरी कम करने और यात्रियों की सहायता करने के लिए तेजी से काम कर रही है। एयरलाइन ने अपने बयान में यह भी कहा कि वह रिफंड से संबंधित मुद्दों को प्राथमिकता के आधार पर देख रही है। नागर विमानन मंत्रालय ने कहा कि रद्द या बाधित उड़ानों के रिफंड की प्रक्रिया रविवार रात आठ बजे तक पूरी हो जानी चाहिए। मंत्रालय ने कहा कि एयरलाइनों को यह भी निर्देश दिया गया है कि रद्दीकरण से प्रभावित यात्रियों से किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं वसूला जाएगा। इंडिगो को एक विशेष यात्री सहायता और रिफंड सुविधा प्रकोष्ठ स्थापित करने के लिए भी कहा गया है।
बयान में कहा गया है, ”इन प्रकोष्ठ को प्रभावित यात्रियों से स्वयं संपर्क करने और यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी गई है कि उन्हें रिफंड और वैकल्पिक यात्रा व्यवस्था के लिए बार-बार पीछे न भागना पड़े। स्वचालित रिफंड की प्रणाली तब तक सक्रिय रहेगी जब तक संचालन पूरी तरह सामान्य नहीं हो जाता।” मंत्रालय ने आगे कहा कि उड़ान रद्द होने या देरी के कारण यात्रियों से अलग हुए उनके सभी सामान 48 घंटों के भीतर खोजकर यात्रियों को भेजे जाने चाहिए।
इंडिगो ने कहा, ”शनिवार को रद्द की गई उड़ानों की संख्या 850 से कम रही, जो शुक्रवार की तुलना में काफी कम है। हम आने वाले दिनों में इस संख्या को और घटाने की दिशा में काम कर रहे हैं।” एयरलाइन ने कहा कि उसकी टीम समय-सारणी को स्थिर करने, देरी कम करने और यात्रियों की सहायता करने में लगी हुई है। उसने यह भी कहा, ”हम सभी हवाईअड्डों और साझेदारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं ताकि यात्रियों को टर्मिनलों पर, हमारी वेबसाइट पर और सीधी सूचनाओं के माध्यम से समय पर जानकारी दी जा सके।”
किराए पर सीमा लगाने के दो पेज के आदेश में मंत्रालय ने कहा कि इंडिगो के उड़ान संचालन में व्यवधान के कारण उड़ानें रद्द हो रही हैं, जिससे क्षमता में कमी और कई मार्गों पर किराए में अनुचित बढ़ोतरी हुई है। मंत्रालय ने कहा कि लागू शुल्कों को छोड़कर यह किराया सीमा बिजनेस क्लास और उड़ान योजना के तहत आने वाली उड़ानों पर लागू नहीं होगी। हालांकि आदेश में यह स्पष्ट नहीं किया गया कि क्या यह सीमा केवल इकोनॉमी क्लास पर लागू होगी या इकोनॉमी और प्रीमियम इकोनॉमी दोनों पर लागू होगी।
नई सीमा के अनुसार 500 किलोमीटर तक की उड़ान के लिए किराया 7,500 रुपये तक सीमित होगा। इसके बाद 500 से 1,000 किलोमीटर तक की यात्रा के लिए टिकट की अधिकतम कीमत 12,000 रुपये होगी। इसके आगे 1,000 से 1,500 किलोमीटर के लिए अधिकतम किराया 15,000 रुपये होगा और 1,500 किलोमीटर से अधिक दूरी वाली उड़ानों के लिए सीमा 18,000 रुपये होगी। मंत्रालय ने कहा कि ये सीमाएं स्थिति सामान्य होने तक लागू रहेंगी। इन सीमाओं में उपयोगकर्ता विकास शुल्क (यूडीएफ), यात्री सेवा शुल्क (पीएसएफ) और हवाई टिकटों पर लगने वाले कर शामिल नहीं हैं।
मंत्रालय ने बयान में कहा कि वह किराए के स्तरों की निगरानी जारी रखेगा। किसी भी प्रकार का उल्लंघन होने पर सार्वजनिक हित में तुरंत सुधारात्मक कार्रवाई की जाएगी। बयान में कहा गया, ”ये किराया सीमाएं सभी तरह की बुकिंग पर लागू होंगी, चाहे खरीदारी सीधे एयरलाइन की आधिकारिक वेबसाइट से की गई हो या ऑनलाइन यात्रा एजेंटों के मंच से।” मंत्रालय ने यह भी कहा कि एयरलाइंस उन मार्गों पर किराए में अचानक या असामान्य बढ़ोतरी से बचें, जो रद्दीकरण से प्रभावित हैं।
इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (आईएटीओ) के अध्यक्ष रवि गोसाईं ने कहा कि इस तरह अप्रत्याशित किराया बढ़ोतरी उपभोक्ता विश्वास को नुकसान पहुंचाती है और टूर परिचालकों के लिए अव्यवस्था पैदा करती है। उन्होंने कहा कि अस्थायी किराया सीमा तुरंत राहत दे सकती है, लेकिन स्थायी समाधान की जरूरत है। इंडिगो ने शुक्रवार को जब विभिन्न हवाईअड्डों से 1,000 से अधिक उड़ानें रद्द कीं, तो एयरलाइन के सीईओ पीटर एल्बर्स ने तीन दिनों की चुप्पी के बाद जारी एक वीडियो संदेश में यात्रियों को हुई भारी असुविधा के लिए माफी मांगी।