Reported By: Prashant Sahare
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Khairagarh News खैरागढ़: छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ जिले में श्री सीमेंट लिमिटेड की सण्डी चूना पत्थर खदान और सीमेंट परियोजना के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन हुआ। करीब 500 ट्रैक्टरों के काफिले में लगभग 10,000 ग्रामीण छुईखदान की ओर उमड़े। आक्रोशित ग्रामीणों की रैली को पुलिस ने सीमा पर रोकने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीण पैदल ही एसडीएम कार्यालय पहुंच गए। उन्होंने ज्ञापन सौंपते हुए 11 दिसंबर की जनसुनवाई को तत्काल रद्द करने की मांग की।
Khairagarh News मिली जानकारी के अनुसार, महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों की भारी भागीदारी ने इस विरोध को जनआंदोलन का रूप दिया। प्रस्तावित खदान क्षेत्र के 10 किलोमीटर दायरे में आने वाले 39 गांवों ने लिखित आपत्ति दर्ज कर परियोजना का विरोध किया है। संडी, पंडारिया, विचारपुर और भरदागोड़ पंचायतों ने अपने ग्रामसभा प्रस्तावों में स्पष्ट कहा है कि वे चूना पत्थर खदान को किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं करेंगे। ग्रामीणों का मानना है कि खदान खुलने पर जलस्रोत, कृषि, पशुपालन और पर्यावरण पर गंभीर खतरा पैदा होगा।
Khairagarh News ज्ञापन सौंपने के बाद प्रदर्शनकारियों ने राजनंदगांव-कवर्धा की मुख्य सड़क जाम कर दी। पुलिस जब आक्रोशित प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पहुँची, तो पुलिस जवान और उनके बीच झड़प हुई। आक्रोशित ग्रामीणों को काबू में लाने के लिए पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया, जिसके बाद माहौल और तनावपूर्ण हो गया।
Khairagarh News ग्रामसभा से शुरू हुआ यह विरोध अब गांवों की सीमाओं को पार कर विधायक कार्यालयों, युवा संगठनों और सामाजिक संस्थाओं तक पहुंच चुका है। स्थानीय लोगों का कहना है कि खदान से होने वाला प्रदूषण और विस्थापन उनकी आजीविका पर सीधा प्रहार करेगा। प्रदर्शनकारी ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि जनसुनवाई की प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है और प्रभावित गांवों की असली राय को शामिल नहीं किया गया।
Khairagarh News बता दें कि अमेरा कोयला खदान में बुधवार को खदान को लेकर बवाल हुआ था ।पुलिस टीम जब ग्रामीणों को हटाने गई, तो ग्रामीणों और पुलिस के बीच जमकर पथराव हुआ। इस पथराव में एएसपी, थाना प्रभारी सहित करीब 25 पुलिसकर्मी और दर्जनभर ग्रामीण घायल हो गए।