Jabalpur News: नहीं करूंगा तुम्हारा काम.. दफ्तर पहुंचे शख्स से इस बड़े अधिकारी ने की ये डिमांड, पुलिस ने निकाली हेकड़ी…
जबलपुर से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए सहायक जिला पेंशन अधिकारी को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है।
Jabalpur News/ image source: IBC24
- जबलपुर में सहायक जिला पेंशन अधिकारी रिश्वत लेते गिरफ्तार
- रिटायर्ड लैब टेक्नीशियन से मांगे थे 10 हजार रुपए
- पेंशन में नॉमिनी का नाम बदलने मांगी थी रिश्वत
Jabalpur News: जबलपुर: मध्यप्रदेश के जबलपुर से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए सहायक जिला पेंशन अधिकारी को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी अधिकारी का नाम सचिन झा बताया जा रहा है, जो संभागीय पेंशन कार्यालय, जबलपुर में पदस्थ है।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, यह कार्रवाई लोकायुक्त पुलिस जबलपुर टीम द्वारा की गई। शिकायतकर्ता एक रिटायर्ड लैब टेक्नीशियन हैं, जिन्होंने आरोप लगाया था कि सहायक जिला पेंशन अधिकारी ने पेंशन के रिकॉर्ड में नॉमिनी का नाम बदलने के बदले 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त टीम ने मामले की गहराई से जांच की और आरोपी अधिकारी के खिलाफ जाल बिछाया।
जैसे ही सचिन झा ने शिकायतकर्ता से रिश्वत की रकम ली, उसी समय लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगेहाथ पकड़ लिया। मौके से रिश्वत की रकम भी जब्त की गई। बताया जा रहा है कि अधिकारी ने शिकायतकर्ता से कहा था कि नॉमिनी परिवर्तन की प्रक्रिया “कठिन और समय लेने वाली” है, लेकिन यदि पैसे दे दिए जाएं तो फाइल को जल्दी निपटा दिया जाएगा। इस पर पीड़ित ने लोकायुक्त से संपर्क किया और पूरी कहानी बताई।
लोकायुक्त डीएसपी के नेतृत्व में गठित टीम ने की कार्रवाई
लोकायुक्त डीएसपी के नेतृत्व में गठित टीम ने पूर्व योजना के तहत ट्रैप की पूरी कार्रवाई की। जैसे ही अधिकारी ने रिश्वत की रकम अपने हाथ में ली, टीम ने तत्काल घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया। नोटों पर पहले से ही फेनॉलफ्थेलीन पाउडर लगाया गया था, जिससे रिश्वत की पुष्टि हो गई।
लोकायुक्त सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तारी के बाद कार्यालय में तलाशी ली जा रही है। साथ ही, आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है। जांच दल आरोपी के बैंक खातों और संपत्तियों की भी पड़ताल कर रहा है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या उसने इससे पहले भी ऐसे मामलों में रिश्वत ली है।
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