Publish Date - April 22, 2025 / 08:21 AM IST,
Updated On - April 22, 2025 / 08:21 AM IST
Viral Audio Controversy in Jabalpur | Image Source | IBC24
HIGHLIGHTS
जैन समाज की रावण से तुलना करने वाले नेता निष्कासित,
भाजपा मंडल अध्यक्ष और पूर्व मंडल अध्यक्ष को पार्टी ने निकाला,
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष और सांसद वीडी शर्मा ने आदेश जारी किया,
जबलपुर: Viral Audio Controversy in Jabalpur: जबलपुर में वायरल हुए एक विवादित ऑडियो के मामले में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कड़ी कार्रवाई करते हुए अपने दो नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। कथित रूप से वायरल ऑडियो में BJP के दो नेता जैन समाज की तुलना मुस्लिमों और रावण से कर रहे थे जिससे समाज में आक्रोश फैल गया।
Viral Audio Controversy in Jabalpur: ऑडियो में शामिल बीजेपी की विद्यासागर मंडल की अध्यक्ष जागृति शुक्ला और पूर्व मंडल अध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह राजपूत के खिलाफ जैन समाज ने कड़ा विरोध किया। इस ऑडियो के वायरल होते ही जैन समाज के लोग सड़कों पर उतर आए और कोतवाली पुलिस थाने का घेराव करते हुए दोनों नेताओं की गिरफ्तारी की मांग की।
Viral Audio Controversy in Jabalpur: इस घटनाक्रम के बाद जबलपुर पुलिस ने बीजेपी नेत्री जागृति शुक्ला और नेता शैलेन्द्र सिंह राजपूत के खिलाफ अपराध दर्ज किया। इसके बाद बीजेपी प्रदेश संगठन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दोनों नेताओं को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया।
"जबलपुर में वायरल ऑडियो विवाद" में बीजेपी ने किन नेताओं को निष्कासित किया?
जबलपुर के वायरल ऑडियो विवाद में बीजेपी की विद्यासागर मंडल की अध्यक्ष जागृति शुक्ला और पूर्व मंडल अध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह राजपूत को पार्टी से निष्कासित किया गया है।
वायरल ऑडियो में क्या था?
वायरल ऑडियो में बीजेपी के दो नेताओं ने जैन समाज की तुलना मुस्लिमों और रावण से की थी, जिससे समाज में आक्रोश फैल गया।
"जैन समाज का विरोध" किस वजह से हुआ?
जैन समाज ने वायरल हुए ऑडियो के बाद विरोध जताया, क्योंकि उसमें जैन समाज की अपमानजनक तुलना की गई थी। इसके बाद समाज ने नेताओं की गिरफ्तारी की मांग की थी।
"जबलपुर पुलिस ने क्या कदम उठाया?"
जबलपुर पुलिस ने ऑडियो विवाद के बाद बीजेपी नेताओं के खिलाफ अपराध दर्ज किया और मामले की जांच शुरू की।
क्या बीजेपी ने इस मुद्दे पर कोई कार्रवाई की?
हाँ, बीजेपी ने इस मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए जागृति शुक्ला और शैलेन्द्र सिंह राजपूत को पार्टी से निष्कासित कर दिया।