मप्र: बांधवगढ़ से सटे गांव में बाघ ने ग्रामीण पर किया हमला, घर के अंदर चारपाई पर बैठा

मप्र: बांधवगढ़ से सटे गांव में बाघ ने ग्रामीण पर किया हमला, घर के अंदर चारपाई पर बैठा

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  • Publish Date - December 29, 2025 / 09:51 PM IST,
    Updated On - December 29, 2025 / 09:51 PM IST

उमरिया (मप्र), 29 दिसंबर (भाषा) मध्यप्रदेश के उमरिया जिले के बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य क्षेत्र से सटे एक गांव में सोमवार सुबह एक बाघ ने एक ग्रामीण पर हमला कर उसे घायल कर दिया और एक घर के अंदर चारपाई पर बैठ गया। वन विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि सूचना मिलने पर वन विभाग और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और इलाके की घेराबंदी कर दी।

अधिकारी ने बताया कि घंटों की मशक्कत के बाद बाघ को कब्जे में लेकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है।

बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य के फील्ड निदेशक अनुपम सहाय ने कहा कि बचाए गए बाघ को वन्यजीव स्वास्थ्य अधिकारियों की निरंतर निगरानी में अभयारण्य के बहेराहा बाड़े में रखा गया है।

इससे पहले, एक ग्रामीण ने बताया कि गांव में घुसने के बाद बाघ ने एक गाय पर हमला कर दिया और फिर दुर्गा प्रसाद द्विवेदी नाम के एक व्यक्ति के घर में घुस कर चारपाई पर बैठ गया।

उन्होंने बताया कि इसी दौरान 25 वर्षीय गोपाल कोल नाम के एक ग्रामीण ने बाघ को भगाने की कोशिश की तो बाघ ने उसके पैर को बुरी तरह जख्मी कर दिया।

उन्होंने बताया कि लोगों के शोर मचाने के बाद किसी तरह उसकी जान बची।

सहाय ने कहा कि बचाव अभियान के दौरान वन, पुलिस और राजस्व अधिकारी मौजूद थे और ग्रामीणों को सलाह दी गई है कि वे सतर्क रहें और खेतों में जाते समय सावधानी बरतें।

वहीं, शाजापुर जिले में रविवार शाम दो स्थानों पर तेंदुए की दहशत देखी गई। इस बीच, एक मृत हिरण के अवशेष पाए जाने के बाद लोग और भी खौफजदा हो गए।

शाजापुर जिले की वन मंडलाधिकारी (डीएफओ) हेमलता शाह ने बताया कि शुजालपुर के निकट ग्राम खेड़ा रिछोदा में ग्रामीणों ने नेवज नदी के किनारे खेतों के पास से एक तेंदुए जैसे वन्य प्राणी को जाते हुए देखा है और उसी क्षेत्र में एक हिरण का शव क्षत विक्षत अवस्था में मिला है।

उन्होंने कहा कि इसी प्रकार जिले में एक अन्य स्थान पर भी तेंदुए के देखे जाने की सूचना ग्रामीणों से मिली है।

शाह ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग द्वारा इस क्षेत्र में तलाश अभियान चलाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को सतर्क रहने और खेत में जाते समय सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

भाषा सं. ब्रजेन्द्र गोला

गोला